स्वच्छता सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ ने मारी बाजी, राष्ट्रपति के हाथों मिलेगा स्वच्छता पुरस्कार
नई दिल्ली, 14 नवम्बर। पिछले दो वर्षों की तरह छत्तीसगढ़ ने इस बार भी स्वच्छता सर्वेक्षण में बाजी मारी है और देश के स्वच्छतम राज्यों में श्रेणी में अव्वल स्थान हासिल किया है। आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आगामी 20 नवंबर यहां विज्ञान भवन में आयोजित ‘स्वच्छ अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद छत्तीसगढ़ सरकार को स्वच्छता पुरस्कार प्रदान करेंगे।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया को पुरस्कार लेने के लिए दिल्ली आमंत्रित किया है। इस मौके पर राज्य के 61 नगरीय निकायों को भी पुरस्कृत किया जायेगा। सम्मानित किए जाने वाले निकायों की संख्या के हिसाब से छत्तीसगढ़ के नगरीय निकायों की संख्या सबसे अधिक है।
केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से प्रत्येक वर्ष देश के समस्त शहरों एवं राज्यों के मध्य स्वच्छ सर्वेक्षण का आयोजन किया जाता है। इसमें विभिन्न मापदंडों के अंतर्गत शहरी स्वच्छता का आंकलन किया जाता है। मुख्य रूप से घर-घर से कचरा एकत्रीकरण, कचरे का वैज्ञानिक रीति से निपटान, खुले में शौच मुक्त शहर, कचरा मुक्त शहर आदि का थर्ड पार्टी के माध्यम से आकलन करते हुए नागरिकों के फीडबैक को भी इसमें शामिल किया जाता है। इसी आधार पर राज्यों एवं शहरों की रैंकिंग जारी कर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राज्यों तथा शहरों को पुरस्कृत किया जाता है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए इस सफलता का श्रेय राज्य की जागरूक जनता तथा यहां के कर्मवीर सफ़ाई कर्मचारियों तथा अधिकारियों के परिश्रम को दिया है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने भी इस सफलता पर राज्य की जनता द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए स्वच्छता से जुड़े सभी अधिकारियों तथा कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि हम सभी मिलकर आगे भी छत्तीसगढ़ को स्वच्छता का सिरमौर बनाये रखेंगे।