दुबई, 10 नवंबर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व प्रमुख कोच रवि शास्त्री का मानना है कि शीर्ष छह खिलाड़ियों में आलराउंडरों की कमी ही टीम इंडिया की परेशानी की असल वजह है।
गौरतलब है कि पूर्व भारतीय कप्तान रवि शास्त्री और उनके पूरे कोचिंग स्टाफ का कार्यकाल यूएई में जारी आईसीसी टी20 विश्व कप तक था, जिसमें भारत की चुनौती सेमीफाइनल के पहले ही समाप्त हो गई।
कोचिंग के दायित्व से मुक्त होने के बाद एक बार फिर टीवी कमेंटेटर के रूप में अपनी नई पारी शुरू करने के लिए तैयार रवि शास्त्री ने कहा कि भारतीय टीम के पास टॉप 6 में ज्यादा आलराउंडर खिलाड़ी नहीं हैं, जो बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी भी कर सकें।
शीर्ष क्रम में कुछ ऐसे खिलाड़ी हों, जो आवश्यकता के अनुरूप गेंदबाजी भी कर सकें
रवि शास्त्री का मानना है कि टॉप छह में कुछ ऐसे खिलाड़ी हों, जो हरफनमौला हार्दिक पांड्या के बाद खेल के सबसे छोटे प्रारूप में इसे और अधिक विकल्प देने के लिए टीम की आवश्यकता के अनुसार अपना प्रदर्शन कर सकें। इससे टीम इंडिया को शीर्ष क्रम में कुछ ऐसे खिलाड़ी रखने में मदद मिलेगी, जो गेंदबाजी भी कर सकते हैं।
हार्दिक पांड्या की फिटनेस पर सवालिया निशान टी20 विश्व कप में भी कायम रहा
देखा जाए तो अधूरी फिटनेस लेकर टी20 विश्व कप में भाग लेने उतरे पांड्या ने सुपर12 के पांच मैचों में कुल चार ओवर फेंके। वह गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी ज्यादा प्रभावी नहीं दिखे। वस्तुतः इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान उनकी फिटनेस पर जो सवालिया निशान था, वह टी20 विश्व कप में भी कायम रहा। यह कहने में हर्ज नहीं कि हार्दिक पांड्या की आलराउंड क्षमता पर अत्यधिक निर्भरता भी भारत की टी20 विश्व कप में हार का एक कारण बनी।
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने पांड्या के फ्लाप शो के बाद कुछ आलराउंडरों के लिए टीम में जगह देखी तो शास्त्री का जवाब था, ‘मुझे लगता है कि यह हमेशा मदद करता है, जब आपके पास शीर्ष क्रम में एक या दो खिलाड़ी होते हैं, जो गेंदबाजी कर सकते हैं। हमारे पास हमेशा अतीत में ऐसा रहा है।’
शास्त्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि टीम के पास शीर्ष क्रम में एक या दो खिलाड़ी नहीं हैं, जो गेंदबाजी कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से, हमारे पास अब बहुत अधिक विकल्प नहीं हैं। इसलिए यह सुनिश्चित करने का तरीका हो सकता है कि शीर्ष छह में आपके पास कुछ ऐसे खिलाड़ी हों, जो अपना आलराउंड प्रदर्शन करते हुए गेंद फेंक सकते हैं। भले ही उनके बीच चार ओवर हों, वह मदद करेगा।’