टोक्यो, 7 अगस्त। ओलंपिक खेलों में पहली बार किसी भारतीय गोल्फर के चौथे स्थान तक पहुंचने से इतिहास तो अवश्य बना, लेकिन महिला गोल्फर अदिति अशोक पदक से वंचित रहने के बाद तनिक मायूस दिखीं। उन्होंने कहा कि किसी और टूर्नामेंट में चौथे स्थान पर रहकर दुख नहीं होता। लेकिन यह ओलंपिक था और यहां चौथे स्थान पर रहकर खुश होना संभव नहीं है।
गौरतलब है कि व्यक्तिगत स्ट्रोक प्ले में पहले तीनों दिन शानदार प्रदर्शन के सहारे टॉप तीन में रही बेंगलुरु की यह 23 वर्षीया गोल्फर शुक्रवार को दूसरे स्थान पर काबिज थी, लेकिन चौथे और आखिरी दौर के बाद तीन अंडर 68 और कुल 15 अंडर पार 269 के स्कोर के साथ वह चौथे स्थान पर खिसक गई।
आखिरी दौर में पांच बर्डी और दो बोगी करने वाली अदिति ने कहा, ‘किसी और टूर्नामेंट में मुझे खुशी होती, लेकिन ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहकर खुश होना मुश्किल है। मैंने अच्छा खेला और अपना शत-प्रतिशत दिया। मुझे लगता है कि मैं आखिरी दौर में इससे बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी।’
‘उम्मीद है, लोगों की इस खेल में रुचि बढ़ेगी’
अदिति ने उम्मीद जताई कि उनके प्रदर्शन से लोगों की इस खेल में रुचि बढ़ेगी, जिसे अब तक अभिजात्य वर्ग का खेल माना जाता रहा है। उन्होंने कहा, ‘काश! मैं पदक जीत पाती, लेकिन मुझे उम्मीद है कि अब भी सब खुश होंगे। मैंने आखिरी दौर से पहले इस बारे में ज्यादा नहीं सोचा कि लोग मुझे टीवी पर देख रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘कुछ और अच्छे प्रदर्शन से खेल में लोगों की रुचि बढ़ेगी। ज्यादा बच्चे गोल्फ खेलने लगेंगे। जब मैंने गोल्फ खेलना शुरू किया तो कभी सोचा नहीं था कि ओलंपिक खेलूंगी। गोल्फ उस समय ओलंपिक का हिस्सा नहीं था। कड़ी मेहनत और अपने खेल का पूरा आनंद लेकर आप यहां तक पहुंच सकते हैं।’
राष्ट्रपति कोविंद और पीएम मोदी ने की तारीफ
इस बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो खेलों में शानदार प्रदर्शन के लिए देश की इस युवा गोल्फर की तारीफ की है। उन्होंने अदिति को बधाई देने के साथ भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट किया, ‘अच्छा खेलीं, अदिति अशोक! भारत की एक और बेटी ने पहचान बनाई! आज के ऐतिहासिक प्रदर्शन से आपने भारतीय गोल्फ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। आपने बेहद शांत और शिष्टता के साथ खेला है। प्रभावशाली प्रदर्शन के लिए बधाई।’
उधर पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘आपने टोक्यो ओलंपिक के दौरान जबर्दस्त कौशल और संकल्प दिखाया है। पदक से दूर रह गईं, लेकिन आप किसी भी भारतीय से कहीं आगे निकल गई हैं। आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।’
ऐतिहासिक प्रदर्शन से अदिति ने युवाओं को बड़ी उम्मीदें दीं : जीव मिल्खा सिंह
इसी क्रम में देश के पहले पेशेवर गोल्फर जीव मिल्खा सिंह ने अदिति के ऐतिहासिक प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि इससे भारतीय गोल्फ को काफी बढ़ावा मिलेगा।
बीते दिनों दिवंगत ‘उड़न सिख’ मिल्खा सिंह के पुत्र जीव मिल्खा ने कहा, ‘प्रतियोगिता में चौथा स्थान हासिल कर अदिति अशोक ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने युवा खिलाड़ियों को बड़ी उम्मीदें दी हैं। इससे भारतीय गोल्फ को काफी बढ़ावा मिलेगा। अदिति, हमें तुम पर गर्व है। निराश मत हो। आपको अधिक मौके मिलेंगे।’