कोरोना संकट : केरल में संक्रमण के बढ़ते मामलों से कर्नाटक चिंतित, यात्रियों की विशेष निगरानी की दी हिदायत
बेंगलुरु, 2 जुलाई। राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना मामले भले ही कम हो रहे हैं, लेकिन दक्षिण भारत के राज्य केरल में पिछले कुछ दिनों से नए संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है। इसे लेकर केरल का पड़ोसी राज्य कर्नाटक चिंतित हो उठा है और इसी कारण उसने केरल से आने वाले यात्रियों की विशेष निगरानी के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है।
केरल से आने वालों को दिखाना होगा आरटी-पीसीआर प्रमाणपत्र
कर्नाटक सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि विमान, बस, ट्रेन या टैक्सी से कर्नाटक आने वाले यात्रियों को नकारात्मक आरटी-पीसीआर प्रमाणपत्र दिखाना होगा। यह प्रमाणपत्र 72 घंटे से ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिए। केरल से कर्नाटक आने वाली सभी उड़ानों के लिए यह नियम तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
राज्य सरकार के आदेश में यह भी कहा गया है कि वैक्सीन की कम से कम एक खुराक प्राप्त करने के टीकाकरण प्रमाण पत्र वाले यात्रियों को नकारात्मक आरटी-पीसीआर प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने से छूट दी जाएगी।
केरल में लगातार दूसरे दिन नए संक्रमितों की संख्या बढ़ी
ज्ञातव्य है कि केरल में लगातार दूसरे दिन नए संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई। केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी बुलेटिन में बीते 24 घंटे के अंदर 12,868 नए मामले सामने आए तो 11,564 लोग स्वस्थ घोषित किए गए। इस दौरान 124 लोगों की मौत हुई।
महाराष्ट्र व केरल में अब भी 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस
केरल में मौजूद एक्टिव मामलों में गुरुवार को 1,180 की बढ़ोतरी दिखी और अब राज्य में कुल 1,02,523 सक्रिय मामले हैं। देश के 36 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में अब सिर्फ केरल व महाराष्ट्र ही हैं, जहां एक लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। महाराष्ट्र 1,19,867 सक्रिय मामलों के साथ अब भी शीर्ष पर है।
वहीं कर्नाटक की बात करें तो यहां संक्रमण के मामलों में तेजी से गिरावट आ रही है और अब 65,335 एक्टिव केस हैं। राज्य में 24 घंटे के दौरान 3,203 नए केस पाए गए तो 14,302 लोग स्वस्थ घोषित किए गए जबकि 94 लोगों की मौत भी हुई।