उत्तर प्रदेश : यमुना एक्सप्रेसवे पर अब जेपी इंफ्राटेक के टोल पर भी शुरू होगी फास्टैग की सुविधा
नोएडा, 22 जून। यमुना एक्सप्रेसवे पर लंबे इंतजार के बाद जेपी इंफ्राटेक के टोल पर भी मंगलवार शाम से फास्टैग की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। इसके तहत ग्रेटर नोएडा और आगरा के बीच 165 किलोमीटर लंबे नोएडा एक्सप्रेसवे के तीनों टोल प्लाजा पर दो-दो फास्टैग बूथ शुरू कर दिए जाएंगे।
नोएडा एक्सप्रेसवे ऑपरेशंस के प्रमुख संतोष पंवार ने बताया कि ग्रेटर नोएडा और आगरा के बीच एक्सप्रेसवे पर स्थित तीनों टोल प्लाजा पर दो-दो फास्टैग बूथ शुरू कर दिए जाएंगे। अन्य दो लाइनों पर डिजिटल या कैश के जरिए पेमेंट किया जा सकेगा।
अब तक जेपी इंफ्राटेक चला रहा था अपना टोल प्लाजा
गौरतलब है कि इस एक्सप्रेसवे पर अब तक जेपी इंफ्राटेक अपना टोल प्लाजा चला रहा था। एक्सप्रेसवे की सब्सिडरी ने तीन टोल प्लाजा पर फास्टैग प्रणाली को लागू करने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के साथ हाल ही में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
संतोष पंवार ने बताया कि प्राधिकरण की तरफ से सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। इस फैसले को लेकर 15 फरवरी को यमुना प्राधिकरण के कार्यालय में कर्सोसियम बैंक और अथॉरिटी के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे। उन्होंने बताया कि एनएचएआई के सभी हाईवे पर फास्टैग की सुविधा उपलब्ध है। यह फैसला हाईवे और एक्सप्रेसवे पर जाम की परेशानी से बचने के लिए लिया गया है। फास्टैग को अप्रैल के महीने में ही लागू किया जाना था, लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस प्रोजेक्ट में देरी हुई है।
वर्ष 2012 मे शुरू हुआ था यमुना एक्सप्रेसवे
यमुना एक्सप्रेसवे की शुरुआत वर्ष 2012 में हुई थी। वैसे तो यमुना एक्सप्रेसवे के निर्माण की घोषणा वर्ष 2001 में ही की गई थी। अब तक यमुना एक्सप्रेसवे पर नोएडा से लेकर आगरा तक जेपी कम्पनी ही टोल वसूलती है। उसके किसी भी टोल पर फास्टैग की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
हालांकि आगरा के बाद लखनऊ तक एक्सप्रेसवे पर फास्टैग की सुविधा मौजूद है। यमुना एक्सप्रेसवे से हर दिन करीब 28 हजार वाहन गुजरते हैं। निजी हाईवे होने के कारण शुरुआत में जेपी कम्पनी ने फास्टैग लागू करने से इनकार कर दिया था, लेकिन यमुना प्राधिकरण की सख्ती के बाद वह तैयार हो गई।