विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा – गैर-संचारी रोगों को रोकने और नियंत्रित करने में मदद करता है योग
नई दिल्ली, 21 जून। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सातवें अतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कहा है कि नियमित योग से गैर-संचारी रोगों को रोकने और नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। ज्ञातव्य है कि हर वर्ष वैश्विक स्तर पर 4.10 करोड़ लोग गैर-संचारी रोगों की वजह से मरते हैं। उनमें से एक तिहाई से अधिक समय से पहले ही जान गंवा देते हैं।
दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने सोमवार को कहा कि योग एक व्यक्ति को वजन कम करने, तनाव दूर करने, प्रतिरक्षा में सुधार करने और शारीरिक फिटनेस और मानसिक और भावनात्मक कल्याण का निर्माण और रखरखाव करने में मदद कर सकता है। इसका अभ्यास कहीं भी, किसी भी समय किया जा सकता है और इसके लिए किसी वित्तीय निवेश की आवश्यकता नहीं होती।
डॉ. पूनम ने कहा कि चार प्रमुख गैर-संचारी रोगों हृदय रोग, कैंसर, पुरानी सांस की बीमारियां और मधुमेह के चलते समय से पहले होने वाली सभी मौतें 80 प्रतिशत से अधिक हैं। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में गैर-संचारी रोगों को रोकने और नियंत्रित करने में तेजी लाई गई है, जिसके लिए शारीरिक गतिविधि को बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के प्रयास महत्वपूर्ण हैं।
बेहतर स्वास्थ्य के लिए योग एक शक्तिशाली माध्यम
उन्होंने कहा कि दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के सभी देशों ने बहुक्षेत्रीय कार्य योजनाओं को जारी रखा हैं, जो स्कूलों, कार्यस्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर शारीरिक गतिविधि की सुविधा प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि इन रोगों को रोकने, नियंत्रित करने, समग्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने, व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यय को कम करने के लिए योग सभी उम्र और आय के लोगों के लिए एक शक्तिशाली माध्यम है।
5-17 वर्ष आयु के बच्चे हर दिन एक घंटा एरोबिक करें
डॉ खेत्रपाल ने सुझाव देते हुए कहा कि पांच से 17 वर्ष की आयु के बच्चों को कम से कम 60 मिनट तक हर दिन एरोबिक की आवश्यकता होती है। वहीं, 18 से 64 आयु वर्ग के वयस्कों को 150 से 300 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली साप्ताहिक एरोबिक गतिविधि की जरुरत होती है। कई देशों ने योग को निवारक और प्रोत्साहक स्वास्थ्य रणनीतियों में भी शामिल किया है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर देशों ने राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य नीतियां विकसित की हैं।
डॉ. पूनम ने कहा कि कोविड-19 के दौरान डब्ल्यूएचओ सदस्य देशों को स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य सहित संचारी रोगों के लिए सेवाओं को बनाए रखने और मजबूत करने के लिए समर्थन करना जारी रखेगा।