ममता बनर्जी बोलीं – मुकुल से मेरा कोई मतभेद नहीं, लेकिन गद्दारों को पार्टी में कभी नहीं लेंगे
कोलकाता, 11 जून। पश्चिम बंगाल के कद्दावर नेताओं में एक मुकुल रॉय की चार वर्षों बाद भाजपा छोड़ घर वापसी का तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वागत किया है। ममता ने कहा कि उनका मुकुल से कोई मतभेद नहीं है, लेकिन उन्होंने साथ ही यह भी चेतावनी दी कि गद्दारों को कभी भी पार्टी में वापसी नहीं होगी।
- बीजेपी में बहुत शोषण, वह सामान्य लोगों की पार्टी नहीं
मुकुल रॉय ने बेटे शुभ्रांशु के साथ शुक्रवार को अपराह्न पार्टी मुख्यालय तृणमूल भवन में ममता बनर्जी और उनके सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में दुबारा पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इसके कुछ देर बाद ही मीडिया से मुखातिब ममता ने कहा, ‘बीजेपी में बहुत ज्यादा शोषण है। वहां लोगों का रहना मुश्किल है। बीजेपी सामान्य लोगों की पार्टी नहीं है।’
- ‘मुकुल घर का लड़का, उसकी वापसी हुई है’
ममता ने कहा, ‘मुकुल घर का लड़का है। उसकी वापसी हुई है। मेरा मुकुल के साथ कोई मतभेद नहीं है। हालांकि जिन्होंने टीएमसी के साथ गद्दारी की है, उनको पार्टी में नहीं लेंगे। बाकी लोग पार्टी में आ सकते हैं।’
- मुकुल बोले – जो स्थिति है, कोई बीजेपी में नहीं रहेगा
ममता के साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद मुकुल रॉय ने कहा, ‘मैं बीजेपी छोड़कर टीएमसी में आया हूं, अभी बंगाल में जो स्थिति है, उस स्थिति में कोई बीजेपी में नहीं रहेगा।’
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को मिली बड़ी जीत के बाद कई पुराने सहयोगी टीएमसी में वापस आना चाहते हैं। इसमें मुकुल रॉय का नाम सबसे ऊपर था, जो भाजपा में शुभेंदु अधिकारी के बढ़ते कद से बेचैन बताए जा रहे थे।
- कृष्णानगर उत्तर सीट छोड़ेंगे मुकुल, शुभ्रांशु लड़ सकते हैं चुनाव
टीएमसी सूत्रों का कहना है कि मुकुल रॉय ने कृष्णानगर उत्तर सीट छोड़ने पेशकश की है, जहां से जीतकर वह विधानसभा पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि मुकुल के बेटे शुभ्रांशु यहां से टीएमसी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। ज्ञातव्य है कि अपने पिता के साथ वह भी भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में शुभ्रांशु को भी टिकट दिया था, लेकिन वह हार गए थे।
- ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी बीजेपी – सुखेंदु शेखर
इस बीच टीएमसी नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने मुकुल के टीएमसी में जाने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘बीजेपी का ताश के पत्तों की तरह बिखरना तय है। बंगाल में यह जल्द होगा। आज जो हो रहा है, यह इसकी शुरुआत है। बाद में बीजेपी छोड़ने वालों की संख्या की गिनती करनी मुश्किल होगी। आओ फिर से दीदी ओ दीदी कहो… बदले में अच्छा जवाब मिलेगा भाई।’
- अन्य लोगों को रोकने में जुटे भाजपा सांसद स्वप्न दासगुप्ता
दूसरी तरफ भाजपा के राज्यसभा सांसद स्वप्न दासगुप्ता ने और लोगों को टीएमसी में जाने से रोकने की कोशिश शुरू कर दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘चुनाव में हुई हार विचार का मसला है। बंगाल बीजेपी की को हार से सबक लेना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए। इस बाबत कदम उठाए जा रहे हैं और कुछ दिनों में स्पष्ट हो जाएंगे। नए और पुराने बीजेपी कार्यकर्ताओं को मायूस होकर पार्टी छोड़ने की जरूरत नहीं है। बीजेपी अपनी पकड़ और ज्यादा मजबूत बनाएगी और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचेगी।’