नई दिल्ली, 26 मई। भीषण चक्रवाती तूफान ‘यास’ उत्तर ओडिशा और उसके पड़ोसी पश्चिम बंगाल के समुद्री तटों से बुधवार की दोपहर में टकराने के बाद कमजोर पड़ चुका है। चक्रवात ओडिशा के भद्रक जिले में धामरा के उत्तर और बहनागा ब्लॉक के निकट बालासोर से 50 किलोमीटर दूर तट पर पूर्वाह्न लगभग नौ बजे टकराया। उस समय 135-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं और समुद्र में उठ रहीं ऊंची लहरों के बीच इन दो पूर्वी राज्यों के निचले तटीय इलाकों में पानी भर गया। हालांकि प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी.के. जेना ने बताया कि चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया अपराह्न 1.30 बजे पूरी हुई। उन्होंने बताया कि बालासोर जिले के बहनागा व रेमुना ब्लॉक और भद्रक जिले के धामरा व बासुदेवपुर के कई गांवों में समुद्री पानी घुस गया। प्रशासन स्थानीय लोगों की मदद से गांवों से पानी निकालने के वास्ते कदम उठा रहा है।
जेना ने कहा कि मयूरभंज जिले के सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान में भारी बारिश के कारण बुधबलंग नदी में अचानक बाढ़ आने की आशंका है। दोपहर में नदी का जलस्तर 27 मीटर के खतरे के स्तर के मुकाबले 21 मीटर पर था। उन्होंने कहा कि मयूरभंज जिला प्रशासन ने नदी के दोनों तरफ स्थित कुछ इलाकों और बारीपदा शहर के कुछ निचले इलाकों को खाली कराना शुरू कर दिया है।
मध्यरात्रि में झारखंड का रुख करेगा तूफान
उन्होंने कहा कि तार कटने के बाद जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और जाजपुर जिले में कुछ जगहों पर बिजली लाइनों की मरम्मत का काम शुरू हो गया है। इन जिलों में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि पेड़ गिरने से बालासोर जिले में एक व्यक्ति घायल हो गया। उन्होंने बताया कि आधी रात तक चक्रवात ओडिशा से झारखंड की ओर बढ़ जाएगा।
उधर स्थानीय सूत्रों ने बताया कि केनोझर जिले के अनादापुर प्रखंड के पंचुपल्ली गांव में एक व्यक्ति की मौत पेड़ गिरने से हो गई, लेकिन मौत की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। युवक की पहचान पूर्ण चंद्र नायक के रूप में हुई है।
तूफान को देखते हुए ओडिशा के संवेदनशील क्षेत्रों से 5.8 लाख लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है और पश्चिम बंगाल में 15 लाख लोगों को आश्रयस्थलों पर पहुंचाया गया है।
ममता बनर्जी का दावा – बंगाल में 1 करोड़ लोग प्रभावित
इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि चक्रवात के कारण उनका राज्य सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि राज्य में चक्रवात से एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं और तीन लाख मकान क्षतिग्रस्त हो गए। एक व्यक्ति की दुर्घटनावश मौत हो गई। उन्होंने साथ ही यह भी बताया कि प्रभावित इलाकों में 10 करोड़ रुपये की राहत सामग्री भेजी गई है।
आईएमडी ने दी मूसलाधार बारिश की चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, झारग्राम, बांकुरा व दक्षिण 24 परगना जिलों में अगले 24 घंटों में मूसलाधार बारिश होने की आशंका जताई है। पुरुलिया, नादिया, मुर्शिदाबाद, हावड़ा, हुगली, कोलकाता, उत्तर 24 परगना, दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होगी।
झारखंड के निचले इलाकों को कराया जा रहा खाली
दूसरी तरफ रांची में अधिकारियों ने बताया कि झारखंड में मध्यरात्रि चक्रवात के आने की आशंका को देखते हुए पहले से ही सतर्कता बरती जा रही है। राज्य के निचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है।