डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय : रैगिंग के आरोपित 21 छात्र निष्कासित, खौफ में बिल्डिंग से कूद गया था जूनियर छात्र
गुवाहाटी, 28 नवम्बर। डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय में जूनियर छात्रों के रैगिंग मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने बड़ी काररवाई की है और रजिस्ट्रार कार्यालय ने रैगिंग में कथित संलिप्तता के के आरोपित 21 छात्रों को निष्कासित कर दिया है।
मुख्यमंत्री हिमंत सरमा ने जताई थी गहरी नाराजगी
इसके पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रैगिंग का मामला सामने आने पर गहरी नाराजगी जताई थी और विश्वविद्यालय को रैगिंग के प्रति सख्ती से निबटने के निर्देश दिए थे। वहीं, राज्य के शिक्षा मंत्रीर रनोज पेगु ने कहा कि ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। उन्होंने पुलिस को मामले में सख्त काररवाई के निर्देश दिए थे।
बचने के लिए छात्रावास की इमारत से छलांग लगाई
मीडिया की खबरों के अनुसार डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के पीएनजीबी बॉयज हॉस्टल के आवंटी एमकॉम प्रथम सेमेस्टर के छात्र आनंद सरमा ने रैगिंग से बचने के लिए छात्रावास की दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी थी। विश्वविद्यालय के छात्रावास के कुछ छात्रों द्वारा आनंद सरमा को कथित रूप से शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया था। प्रताड़ित किए जाने के डर से घबराकर आनंद ने रैगिंग से बचने के लिए छात्रावास की इमारत से छलांग लगा दी। जिससे उसे काफी चोटें आईं। उसे गंभीर हालत में शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रैगिंग, लूट और हत्या के प्रयास में एक गिरफ्तार, तीन हिरासत में
परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले में आईपीसी की धारा 120बी/341/395/307/143 के तहत एफआईआर दर्ज की है। शहर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रैगिंग, लूट और हत्या के प्रयास में मुख्य आरोपित निरंजन ठाकुर की गिरफ्तारी हुई है जबकि तीन अन्य को हिरासत में लिया गया है। वहीं, विश्वविद्यालय की ओर से अब तक 21 छात्रों को निष्कासित किया गया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। मामले पीड़ित छात्र को शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित किए जाने की बात भी सामने आई है।