भारतीय हॉकी का शताब्दी सफर : 100 वर्ष पूरे होने का वर्ष पर्यंत चलने वाला जश्न शुरू
नई दिल्ली, 7 नवम्बर। देश में राष्ट्रीय खेल का रुतबा रखने वाली भारतीय हॉकी अपने 100 वर्षों का सफर पूरा कर रही है। ऐसे में हॉकी इंडिया (HI) ने गुरुवार को भारतीय हॉकी की 100वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक भव्य, वर्ष पर्यंत चलने वाले जश्न की शुरुआत की घोषणा की। यह शताब्दी वर्ष भारत में हॉकी के भविष्य के लिए अद्वितीय उत्कृष्टता और दूरदर्शी दृष्टिकोण की एक शताब्दी का ट्रिब्यूट है, जिसे हॉकी इंडिया लीग (HIL) के भव्य पुनः लॉन्च और महिला एचआईएल के ऐतिहासिक उद्घाटन के साथ चिह्नित किया गया है।
🏑 *A Century of Excellence – A New Era Begins with Hockey India League!*
As Indian Hockey embarks on its 100th year, Hockey India is proud to announce a landmark year-long celebration dedicated to a century of remarkable achievements a national body for hockey was officially… pic.twitter.com/98nAudMRUx
— Hockey India (@TheHockeyIndia) November 7, 2024
भारतीय हॉकी का समृद्ध इतिहास
गौरतलब है कि 7 नवम्बर, 1925 को ऐतिहासिक शहर ग्वालियर में हॉकी के लिए एक राष्ट्रीय निकाय का आधिकारिक रूप से गठन किया गया था। इस निर्णायक क्षण ने विजय और गौरव की एक यात्रा को प्रज्ज्वलित किया, जिसने भारत को इस खेल में एक शक्तिशाली देश के रूप में मजबूती से स्थापित किया है। पिछले 99 वर्षों में भारतीय हॉकी की यात्रा वैश्विक खेलों में बेजोड़ विरासत की गाथा है, जिसमें आठ ओलम्पिक स्वर्ण पदक, एक रजत और चार कांस्य पदक और एक हॉकी विश्व कप ट्रॉफी, एक रजत और एक कांस्य पदक शामिल हैं।
पिछले एक दशक में भारतीय हॉकी ने पुनर्जागरण का अनुभव किया है
प्राकृतिक मैदान पर स्वर्णिम युग से लेकर कृत्रिम सतहों की आधुनिक चुनौतियों तक, भारतीय हॉकी लगातार विकसित हुई है और मजबूत होकर उभरी है, जो लचीलापन और पुनरुत्थान का प्रतीक है। पिछले एक दशक में भारतीय हॉकी ने पुनर्जागरण का अनुभव किया है। 52 वर्षों के इंतजार के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के ऐतिहासिक बैक-टू-बैक ओलम्पिक पदक (कांस्य) और टोक्यो ओलम्पिक में महिला हॉकी टीम का प्रभावशाली चौथा स्थान और साथ ही एफआईएच नेशंस कप जीत, इस पुनरुद्धार के प्रमाण हैं। इस स्मारकीय वर्षगांठ के साथ हॉकी इंडिया लीग की वापसी, हमारे शानदार अतीत को संरक्षित करने और आगे के रोमांचक भविष्य को अपनाने की हॉकी इंडिया की प्रतिबद्धता का एक जीवंत प्रमाण है।
Celebrating the journey to 100 Years of Indian Hockey! 🌟
Honoring our legacy and embracing a future of opportunity by kick off this special Hockey India League season with the Men’s return and the Women’s historic debut! 🏑🇮🇳#HockeyIndiaLeague #HILisBack #IndiaKaGame pic.twitter.com/Vx4IbXYpXo
— Hockey India League (@HockeyIndiaLeag) November 7, 2024
हॉकी इंडिया की अभूतपूर्व पहल
भारत ने कई प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों की सफलतापूर्वक मेजबानी की है और देशभर में अत्याधुनिक कृत्रिम टर्फ के साथ विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे का विकास किया है। हॉकी इंडिया ने सदस्य इकाई पोर्टल और ऑनलाइन खिलाड़ी पंजीकरण प्रणाली जैसी डिजिटल पहलों के साथ नवाचार को अपनाया है, जिससे देश में पेशेवर खिलाड़ियों का एक व्यापक डेटाबेस तैयार हुआ है। संरचित कोचिंग शिक्षा मार्ग भी हमारे देश से अंतरराष्ट्रीय मानकों के अधिकारियों को तैयार करने के लिए डिजाइन किया गया है।
पुरुष और महिला टीमें समान
हॉकी इंडिया ने हमेशा खेलों में लैंगिक समानता का समर्थन किया है। हम टूर्नामेंट जीतने वाली पुरुष और महिला टीमों के लिए समान पुरस्कार राशि और सभी लिंगों के लिए मानकीकृत मैच जीतने वाली फीस का गर्व से समर्थन करते हैं। हॉकी देश का एकमात्र टीम खेल है, जिसमें पूर्ण वेतन समानता है।
हॉकी इंडिया लीग की वापसी का समय इस शताब्दी समारोह के लिए एक नियोजित ट्रिब्यूट है। महिला हॉकी इंडिया लीग की ऐतिहासिक शुरुआत की विशेषता वाली यह लीग बड़ी, बेहतर और बोल्ड होने वाली है। यह कदम न केवल भारत के हॉकी पुनर्जागरण को प्रदर्शित करेगा, बल्कि सभी एथलीटों को समान अवसर और मान्यता प्रदान करने के लिए हॉकी इंडिया की अटूट प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करेगा।
वर्ष पर्यंत चलेगा शताब्दी जश्न : डॉ. दिलीप तिर्की
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ. दिलीप तिर्की ने इस अवसर पर कहा, ‘जब हम भारतीय हॉकी के 100 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं, तो पुरुष हॉकी इंडिया लीग का फिर से शुरू होना और महिला हॉकी इंडिया लीग का उद्घाटन एक महत्वपूर्ण अवसर है। सालभर चलने वाला यह जश्न हमारी उल्लेखनीय यात्रा और हमारी चिरस्थायी विरासत का प्रमाण है। हम इन लीगों में होने वाले रोमांचक मैचों और असाधारण प्रतिभाओं को देखने के लिए उत्साहित हैं, जो उत्कृष्टता की भावना को उजागर करती हैं, जिसने एक सदी से भारतीय हॉकी को परिभाषित किया है।’
भारतीय हॉकी का शताब्दी समारोह एक ऐतिहासिक मील का पत्थर
हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह कहा, ‘भारतीय हॉकी का शताब्दी समारोह एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है, जो हमारी समृद्ध विरासत और भविष्य के लिए हमारे दृष्टिकोण को दर्शाता है। हॉकी इंडिया लीग की वापसी और महिला लीग का शुभारंभ प्रतिभा को बढ़ावा देने और खेल में समानता को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता में महत्वपूर्ण क्षण हैं। हम उच्च क्षमता वाली हॉकी के एक अविस्मरणीय वर्ष की आशा करते हैं, क्योंकि हम अपने अतीत का ट्रिब्यूट करते हैं और भारत में खेल के लिए एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करते हैं।”
यह शताब्दी समारोह भारतीय हॉकी की उत्कृष्टता की एक शताब्दी के लिए एक भव्य ट्रिब्यूट है, तथापि यह अगले सौ वर्षों के गौरव और विजय के लिए एक प्रक्षेपण मंच भी है।