लखनऊ, 22 नवम्बर। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रईसजादों की रफ्तार की सनक ने ASP श्वेता श्रीवास्तव के घर के इकलौते चिराग को बुझा दिया। गोमती नगर में श्वेता के सामने ही उनके मासूम बेटे नामिश को XUV ने टक्कर मार दी। खून से लथपथ नामिश को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 10 वर्षीय नामिश की लाश देख ASP मां फफक पड़ी और घर वालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जिसने भी मां को रोते-बिलखते देखा, उसकी आंखें नम हो गईं.
यह हृदयविदारक घटना मंगलवार (21 नवम्बर) की सुबह जनेश्वर मिश्र पार्क के पास हुई। ASP श्वेता श्रीवास्तव अपने बेटे नामिश को कोच के साथ स्केटिंग का अभ्यास करवाने लाई थीं। जी-20 मार्ग पर श्वेता सड़क के दूसरी तरफ थीं। तभी शहीद पथ की ओर से आई तेज रफ्तार महिंद्रा एक्सयूवी 700 ने नामिश को जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि नामिश कई फीट ऊपर उछला और फिर एक्सयूवी के बोनट पर जा गिरा। लेकिन चालक ने गाड़ी नहीं रोकी, वह नामिश को रौंदते हुए फरार हो गया। एक्सयूवी की बाईं ओर की हेडलाइट टूट गई थी और उसका बोनट धंस गया था। इधर, नामिश खून से लथपथ जमीन पर पड़ा था।
‘मेरा बेटा, मेरी आंखों के सामने चला गया‘
हादसे के बाद का मंजर देख मौके पर मौजूद लोगों की रुह कांप गई। ASP श्वेता व अन्य लोग चंद सेकेंड के लिए सन्न रह गए। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि कुछ पल पहले खुशी से स्केटिंग कर रहा मासूम नामिश अब नहीं रहा। अस्पताल के बाहर श्वेता बिलख-बिलख कर सिर्फ एक बात कह रह थीं – ‘मेरा बेटा, मेरी आंखों के सामने चला गया।’
पिता को मिली खबर तो लखनऊ के लिए तुंरत चल पड़े
ASP श्वेता के पति गुरुग्राम में कार्यरत हैं। बेटे नामिश की मौत की सूचना मिलते ही वह रोते-बिलखते हुए दोपहर में लखनऊ पहुंचे। इकलौता बेटा खोने के गम में श्वेता व उनके पति पूरी तरह से टूट गए हैं। हादसे की जानकारी पर डीजीपी विजय कुमार, स्पेशल डीजी लॉ-एंड-ऑर्डर प्रशांत कुमार समेत आलाधिकारियों ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर सांत्वना दी।
मासूम को रौंदने वाले दोनों आरोपित गिरफ्तार
फिलहाल, मासूम नामिश को एक्सयूवी से रौंदने वाले दो आरोपित सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनपर गैर इरादतन हत्या की धारा में एफआईआर दर्ज की गई है। जांच में सामने आया कि देवश्री कानपुर निवासी सराफ चाचा की एक्सयूवी लेकर सुबह निकला था। हादसे के वक्त वाहन सार्थक चला रहा था।
सार्थक एमिटी यूनिवर्सिटी से एलएलबी व देवश्री रामस्वरूप से बीटेक की पढ़ाई कर रहा है। सार्थक के पिता बाराबंकी में सपा से जिला पंचायत सदस्य रहे हैं। वहीं, मामले में लखनऊ पूर्व के डीसीपी का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से एक्सयूवी ट्रेस करने के साथ आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।