केरल : तिरुवनंतपुरम के विझिंजम पुलिस थाने पर प्रदर्शनकारियों का हमला, 3000 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज
तिरुवनंतपुरम, 28 नवम्बर। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के विझिंजम इलाके में रविवार रात को अदानी बंदरगाह परियोजना के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान हिंसक झड़पों के संबंध में 3,000 से अधिक लोगों पर मामले दर्ज किए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि एक पुलिस थाने में तोड़फोड़ करने तथा पुलिसकर्मियों पर हमला करने के लिए 3,000 ऐसे लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं, जिनकी पहचान की जा सकती है। हिंसा में 36 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इससे पहले रविवार को राज्य पुलिस ने विझिंजम में हिंसा को लेकर लातिन कैथोलिक गिरजाधर के कम से कम 15 पादरियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
हमले में 36 पुलिसकर्मी हुए थे घायल
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) एम.आर. अजित कुमार ने मीडिया को बताया कि भीड़ ने रविवार शाम को पुलिस थाने में तोड़फोड की और पुलिसकर्मियों पर हमला किया, जिसमें करीब 36 पुलिस कर्मियों को चोटें आने के बाद विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया, ‘शाम को पुलिस थाने में भीड़ एकत्रित हो गई और एक अन्य मामले में गिरफ्तार कुछ लोगों को रिहा करने की मांग की। उन्होंने पुलिस थाने में तोड़फोड़ की और अधिकारियों पर हमला किया। एक एसआई के पैर की हड्डी टूट गई है। ऐसा लगता है कि उन्हें ईंट मारी गई। कुछ पुलिस अधिकारियों को सिर में गंभीर चोटें आयी है।’
क्षेत्र में करीब 600 पुलिसकर्मी तैनात
अजित कुमार ने कहा कि पुलिस की ओर से उकसावे वाली कोई काररवाई नहीं की गई थी। अधिकारी अत्यधिक संयम बरतते हुए कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहे थे। प्रदर्शन उस समय हिंसक हो गया, जब पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में करीब 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है तथा लगभग 300 और पुलिसकर्मियों को भेजा गया है।
मीडियाकर्मियों पर भी हमला
प्रदर्शनकारियों ने रविवार रात घटनास्थल पर मौजूद मीडियाकर्मियों पर भी हमला किया था। प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय चैनल ‘एसीवी’ के कैमरापर्सन शेरिफ एम जॉन पर हमला किया, उनका कैमरा क्षतिग्रस्त कर दिया था तथा उनका मोबाइल फोन छीन लिया था। उन्हें तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।