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विराट कोहली व RCB का 18 वर्षों का इंतजार खत्म, PBKS पर रोमांचक जीत से पहली बार हासिल की IPL की बादशाहत

विराट कोहली व RCB का 18 वर्षों का इंतजार खत्म, PBKS पर रोमांचक जीत से पहली बार हासिल की IPL की बादशाहत

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अहमदाबाद, 3 जून। नरेंद्र मोदी स्टेडियम में मंगलवार की रात मौजूदा पीढ़ी के दिग्गज क्रिकेट सितारों में एक विराट कोहली की नम आंखें खुद बता रही थीं कि किंग कोहली और उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का 18 वर्षों से चला आ रहा इंतजार खत्म हो चुका है।

आप सहज ही समझ गए होंगे कि यहां बात हो रही है टाटा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL-18) 2025 के खिताबी मुकाबले की, जिसमें आरसीबी ने पंजाब किंग्स (PBKS) पर छह रनों की रोमांचक जीत से पहली बार चैम्पियन का श्रेय अर्जित कर लिया।

आरसीबी के रूप में आईपीएल को मिला आठवां चैम्पियन

वस्तुतः वर्ष 2016 के बाद यह पहला मौका था, जब फाइनल की प्रतिद्वंद्वी टीमें अपने पहले खिताब के लिए प्रयासरत थीं। इसके पूर्व आरसीबी को तीन बार (2009, 2011, 2016) और पंजाब किंग्स को एक बार (2014) फाइनल में प्रवेश के बाद उपजेता पद से संतोष रहना पड़ा था। यानी इस बार आईपीएल को नया चैम्पियन मिलना तय था। अंततः अंतिम ओवर तक खिंची इस रोमांचक कश्कमश में पूर्व कप्तान कोहली व आरसीबी का बहुप्रतीक्षित स्वप्न साकार हुआ और आईपीएल इतिहास में आठवें चैम्पियन का अभ्युदय हो गया।

शशांक के तूफानी प्रयास के बावजूद लक्ष्य से 7 रन दूर रह गया पंजाब किंग्स

मुकाबले की बात करें तो पहले बल्लेबाजी पर बाध्य आरसीबी ने एक भी अर्धशतकीय पारी के बिना नौ विकेट पर 190 रन बनाए थे, जिसमें सर्वाधिक 43 रन (35 गेंद, तीन चौके) कोहली के बल्ले से निकले थे। जवाब में शशांक सिंह के तूफानी अर्धशतकीय प्रयास (नाबाद 60 रन, 30 गेंद, छह छक्के, तीन चौके) के बावजूद पंजाब किंग्स सात विकेट पर 184 रनों तक पहुंच सका और लक्ष्य से सात रन दूर रह गया।

अंतिम ओवर का रोमांच

अंतिम ओवर के रोमांच का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है, जिसमे पंजाब किंग्स को जीत के लए 29 रनों की दरकार थी। जोश हेजलवुड के इस ओवर की पहली दो गेंदों पर शशांक कोई रन नहीं चुरा सके। हालांकि अगली चार गेंदों पर उनके बल्ले से क्रमशः 6,4,6,6 रन निकले यानी 22 रन बने, लेकिन वे पर्याप्त नहीं थे।

श्रेयस अय्यर अनूठी उपलब्धि अर्जित करने से रह गए

इसके साथ ही श्रेयस अय्यर लगातार दूसरे वर्ष दो भिन्न टीमों को ट्रॉफी दिलाने वाले कप्तान की अनूठी उपलब्धि अर्जित करने से रह गए। उल्लेखनीय है कि उनकी कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स ने पिछले वर्ष उपाधि जीती थी। वहीं पंजाब किंग्स का पहला खिताब जीतने का इंतजार फिर बढ़ गया, जिसे 2014 के फाइनल में केकेआर के खिलाफ पराजय झेलनी पड़ी थी।

क्रुणाल पंड्या बने प्लेयर ऑफ द मैच

इसमें कोई शक नहीं कि फाइनल का दवाब देखते हुए 191 रनों का लक्ष्य पाना पीबीकेएस के लिए कदापि आसान नहीं था। हालांकि प्रियांश आर्य (24 रन, 19 गेंद, चार चौके) व प्रभसिमरन सिंह (26 रन, 22 गेंद, दो चौके) ने 30 गेंदों पर 43 रन जोड़े। यहीं हेजलवुड (1-54) ने आर्य को लौटाकर भागीदारी तोड़ी। लेकिन ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ क्रुणाल पंड्या (2-17) ने पंजाब किंग्स को बड़ी चोट पहुंचाई, जब उन्होंने श्रेष्ठ फॉर्म में चल रहे दो बल्लेबाजों – प्रभसिमरन व जोश इंग्लिस (39 रन, 23 गेंद, चार छक्के, एक चौका) का शिकार कर लिया। वैसे, प्रभसिमरन व इंग्लिश के बीच पंजाब किंग्स को सबसे बड़ा आघात लग चुका था, जब कप्तान श्रेयस अय्यर सिर्फ एक रन बनाकर 10वें ओवर में रोमारियो शेफर्ड के शिकार हो गए।

स्कोर कार्ड

पंजाब किंग्स के चार शीर्ष विकेट 98 रनों के भीतर गिरने के बाद शशांक व नेहल वढेरा (15 रन, 18 गेंद, एक छक्का) के कंधों पर जिम्मेदारी आ पड़ी थी। राह उस समय काफी कठिन लग रही थी, जब 30 गेंदों पर टीम को जीत के लिए 72 रनों की दरकार थी। यहां से वढेरा व शशांक ने गियर बदलने की कोशिश की तो नेहल को भुवनेश्वर कुमार (2-38) ने मायूस कर दिया। हालांकि शशांक ने धैर्य नहीं खोया और सामने वाले छोर से अन्य बल्लेबाजों के साथ छोड़ने के बावजूद वह क्रीज पर डटे रहे और टीम को लक्ष्य के निकट पहुंचा दिया। फिलहाल अंतिम ओवर में उनका साहसिक प्रयास भी टीम को लक्ष्य नहीं दिला सका।

अर्शदीप व जैमिसन ने आपस में बांटे 6 विकेट

इसके पूर्व टॉस गंवाने वाले आरसीबी के बल्लेबाजों को अर्शदीप सिंह (3-40) व काइल एलेक्स जैमिसन (3-48) सहित अन्य गेंदबाजों ने ज्यादा उन्मुक्त नहीं होने दिया। फिल साल्ट (16 रन, नौ गेंद, एक छक्का, दो चौके) दूसरे ही ओवर में 16 के योग पर जैमिसन की गेंद पर लौट गए।

विराट कोहली ने कीं उपयोगी भागीदारियां

हालांकि कोहली ने एक छोर संभाला और उन्होंने मयंक अग्रवाल (24 रन, 18 गेंद, एक छक्का, दो चौके), कप्तान रजत पाटीदार (26 रन, 16 गेंद, दो छक्के, एक चौका) व लिएम लिविंगस्टोन (25 रन, 15 गेंद, दो छक्के, एक चौका) संग क्रमशः 38, 40 व 35 रनों की उपयोगी साझेदारियों से रन गति बनाए रखी।

अर्शदीप ने अंतिम ओवर में निकाले आरसीबी के 3 विकेट

अंततः 15वें ओवर में 131 के योग पर अजमतुल्ला ओवरजई (1-35) ने कोहली की पारी पर विराम लगाया। कोहली के लौटने के बाद लिविंगस्टोन, जितेश शर्मा (24 रन, 10 गेंद, दो छक्के, दो चौके) व रोमारियो शेफर्ड (17 रन, नौ गेंद, एक छक्का, एक चौका) के प्रयासों से स्कोर 190 तक पहुंचा। अर्शदीप ने अंतिम ओवर में सिर्फ तीन रन खर्च कर अपने तीनों विकेट लेकर विपक्षियों को 200 के पार जाने से रोका। हालांकि बाद में 191 रनों का लक्ष्य भी पंजाब किंग्स की पहुंच से दूर रह गया।

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