विनेश फोगाट फिर मैट पर जलवा बिखेरने को तैयार, दिग्गज पहलवान की संन्यास से वापसी की घोषणा
नई दिल्ली, 12 दिसम्बर। कुश्ती से संन्यास के बाद राजनीति में कदम रख चुकीं देश की दिग्गज पहलवानों में शुमार विनेश फोगाट ने शुक्रवार को कहा कि उनका जोश व जज्बा अब भी पहले की तरह कायम है और वह 2028 के लॉस एंजिलिस ओलम्पिक खेलों में एक बार फिर ओलम्पिक पदक जीतने के लिए संन्यास तोड़कर मैट पर वापसी करेंगी।
गौरतलब है कि 31 वर्षीया फोगाट ने पिछले वर्ष पेरिस ओलम्पिक खेलों में मिली निराशा के बाद खेल से दूरी बना ली थी। पेरिस ओलम्पिक में उन्हें महिलाओं के 50 किलोग्राम वर्ग के स्वर्ण पदक मुकाबले से ठीक पहले निर्धारित वजन सीमा से 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। उन्होंने खेल पंचाट (सीएएस) में संयुक्त रूप से रजत पदक देने की मांग की थी, लेकिन फैसला नहीं बदला गया, जिसके चलते उन्होंने संन्यास की घोषणा की और राजनीति में प्रवेश किया। कांग्रेस के टिकट पर वह हरियाणा के जुलाना निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुनी गईं।
‘मुझे अब भी यह खेल पसंद, प्रतिस्पर्धा करना चाहती हूं’
विनेश ने सोशल मीडिया मंच X पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘लोग मुझसे पूछते रहे कि क्या पेरिस में ही मेरे सफर का अंत हो गया है। लंबे समय तक मेरे पास इसका जवाब नहीं था। मुझे मैट से, दबाव से, उम्मीदों से, यहां तक कि अपनी महत्वाकांक्षाओं से भी दूर रहने की जरूरत थी। कई वर्षों में पहली बार मैंने चैन की सांस ली।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने सफर के महत्व को समझने के लिए समय लिया। चरम पर पहुंचना, दिल टूटने के पल, मेरे बलिदान और मेरे वो रूप, जिन्हें दुनिया ने कभी नहीं देखा। उस आत्मचिंतन में कहीं न कहीं मुझे इस सच्चाई का एहसास हुआ कि मुझे अब भी यह खेल पसंद है। मैं अब भी प्रतिस्पर्धा करना चाहती हूं।’
लॉस एंजिलिस ओलम्पिक के लिए करेंगी तैयारी
इसी वर्ष जुलाई में एक बेटे की मां बन चुकीं विनेश ने कहा, ‘उस सन्नाटे में मुझे एक ऐसी बात का एहसास हुआ, जिसे मैं भूल चुकी थी। यह था कि ‘वह जोश कभी खत्म नहीं हुआ है।’ यह केवल थकान और शोर के कारण नेपथ्य में चला गया था। अनुशासन, दिनचर्या, संघर्ष, यह सब मेरे भीतर मौजूद हैं। मैं चाहे कितनी भी आगे निकल जाऊं, मेरा एक हिस्सा हमेशा मैट पर ही रह जाता है।’
‘मेरा बेटा मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा’
विनेश ने कहा कि वह नए जोश और जज्बे तथा अपने बेटे के साथ लॉस एंजिलिस ओलंपिक के लिए अपना सफर शुरू करेंगी। उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैं आज यहां पर मौजूद हूं तथा पूरी निडरता और दृढ़ संकल्प के साथ लॉस एंजिलिस ओलम्पिक की तरफ कदम बढ़ा रही हूं। इस बार मैं अकेली नहीं हूं। मेरा बेटा भी मेरी टीम में शामिल हो रहा है। वह मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा है। वह लॉस एंजिलिस ओलम्पिक के इस सफर में मेरा छोटा सा चीयरलीडर है।’
उल्लेखनीय है कि विनेश ने पेरिस ओलम्पिक में स्वर्ण पदक के मुकाबले में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर पहले ही इतिहास रच दिया था। तीन बार की ओलम्पियन विनेश ने एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों दोनों में स्वर्ण पदक जीते हैं।
