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रणजी ट्रॉफी : विदर्भ ने गत चैम्पियन मुंबई से हिसाब चुकाया, गुजरात को हरा केरल पहली बार फाइनल में

रणजी ट्रॉफी : विदर्भ ने गत चैम्पियन मुंबई से हिसाब चुकाया, गुजरात को हरा केरल पहली बार फाइनल में

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नागपुर/अहमदाबाद, 21 फरवरी। गत उपजेता विदर्भ ने यहां विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (VCA) स्टेडियम में पांचवें व अंतिम दिन आज रिकॉर्ड 42 बार के चैम्पियन मुंबई को 80 रनों से हराकर पिछले वर्ष फाइनल में मिली पराजय का हिसाब बराबर किया और राष्ट्रीय क्रिकेट की श्रेष्ठता की प्रतीक रणजी ट्रॉफी के फाइनल में लगातार दूसरी बार प्रवेश कर लिया।

नागपुर में 26 फरवरी से विदर्भ व केरल के बीच फाइनल खेला जाएगा

तीसरे खिताब के लिए प्रयासरत विदर्भ की, जिसने लगातार दो सत्रों (2016-17 व 2017-18) में चैम्पियन का श्रेय अर्जित किया था, अब केरल से मुलाकात होगी। केरल ने अहमबाद में मेजबान गुजरात को पहली पारी में हासिल सिर्फ दो रनों की बढ़त के आधार पर हराकर 90 वर्ष पुरानी स्पर्धा में पहली बार फाइनल का सफर तय किया। फाइनल मुकाबला नागपुर में 26 फरवरी से दो मार्च के बीच खेला जाएगा।

विदर्भ बनाम मुंबई मैच का स्कोर कार्ड

सेमीफाइनल में विदर्भ के 383 रनों के जवाब में मुंबइया टीम ओपनर आकाश आनंद के शतकीय प्रयास (106) के बावजूद 270 रनों पर सीमित हो गई थी। विदर्भ ने दूसरी पारी में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ यश राठौर के दमदार सैकड़े (151) के सहारे 292 रन बनाए और मुंबई को 406 रनों का लक्ष्य दिया। लेकिन मेहमान टीम कप्तान अजिंक्य रहाणे (18 व 12) व सूर्यकुमार यादव (0 व 23) सरीखे बल्लेबाजों की असफलताओं के बीच अंतिम दिन चाय के थोड़ी देर बाद दूसरी पारी में 325 रनों पर आउट हो गई और विदर्भ ने 80 रन की जीत से फाइनल का टिकट हासिल कर लिया।

केरल बनाम गुजरात मैच का स्कोर कार्ड

दूसरी तरफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में केरल ने विकेटकीपर बल्लेबाज ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ के बड़े शतक (नाबाद 177) के सहारे पहली पारी में 457 रनों बनाए थे। जवाब में गुजरात की टीम 455 रनों पर आउट हो गई। सलामी बल्लेबाज प्रियांक पंचाल ने 148 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन उनकी टीम दो रनों की लीड खा बैठी और अंत में उसे बाहर होना पड़ा।

केरल ने अंतिम दिन मैच समाप्ति की घोषणा तक अपनी दूसरी पारी में चार विकेट पर 114 रन बनाए थे। गुजरात की बात करें तो वह तीसरी बार फाइनल में जगह बनाने के लिए प्रयासरत थी। पहली बार उसे 1950-51 में होल्कर से फाइनल गंवाना पड़ा था जबकि 2016-17 में उसने मुंबई को हराकर अपना पहला खिताब जीता था।

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