राजस्थान चुनाव में वसुंधरा राजे की अनदेखी, भाजपा चुनाव प्रबंधन और संकल्प पत्र समिति से नाम गायब
जयपुर, 17 अगस्त। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसी वर्ष प्रस्तावित राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुन्धरा राजे की अनदेखी कर दी है। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को दो महत्वपूर्ण समितियों – चुनाव प्रबंधन समिति व संकल्प (घोषणा) पत्र समिति के गठन की घोषणा की। इन दोनों ही समितियों में पूर्व सीएम राजे का नाम शामिल नहीं है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी व प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने यह घोषणा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के निर्देशानुसार इन समितियों की घोषणा की गई है और उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले चुनाव में दोनों समितियों के अनुभव का लाभ प्रदेश को मिलेगा। वसुंधरा राजे की भूमिका के बारे में पूछे गए प्रश्न को प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने यह कहते हुए टाल दिया कि अन्य सभी वरिष्ठ नेता प्रचार करेंगे।
अर्जुनराम मेघवाल संभालेंगे प्रदेश संकल्प पत्र समिति की कमान
सीपी जोशी ने बताया कि पार्टी की ‘प्रदेश संकल्प पत्र समिति’ के संयोजक केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल होंगे। इस 25 सदस्यीय समिति में राज्यसभा सदस्य घनश्याम तिवाड़ी व किरोड़ी लाल मीणा, राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया, पूर्व मंत्री प्रभु लाल सैनी तथा राखी राठौड़ को सह संयोजक बनाया गया है।
पूर्व सांसद नारायण पंचारिया प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नियुक्त
दूसरी तफ प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद नारायण पंचारिया को बनाया गया है। इस समिति में भी 25 सदस्य हैं। इसमें पार्टी के पूर्व प्रदेश महामंत्री ओंकार सिंह लखावत, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजनलाल, प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल, पूर्व सूचना आयुक्त सीएम मीणा सह संयोजक व कन्हैया लाल बैरवाल सह संयोजक होंगे। राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
हालांकि पार्टी ने इन दोनों ही महत्वपूर्ण समितियों में पूर्व मुख्यमंत्री राजे को नहीं रखकर सबको चौंका दिया है। जब राजे की भूमिका बारे में पूछा गया तो पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने केवल इतना कहा, ‘बाकी सभी वरिष्ठ नेता प्रचार करेंगे।’ विश्लेषकों के अनुसार पार्टी को अभी राज्य में प्रचार प्रसार समिति बनानी है और देखना होगा कि इसमें राजे का नाम आता है या नहीं।