उत्तराखंड: देहरादून में भीषण हादसा, चार मंजिला इमारत में आग लगने से 4 बच्चों की मौत
देहरादून, 7 अप्रैल। उत्तराखंड के देहरादून जनपद में थाना त्यूनी क्षेत्रान्तर्गत और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित एक चार मंजिला मकान में गुरुवार शाम आग लगने से चार बच्चों की मौत हो गयी। मौके पर राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), पुलिस के साथ उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के अग्निशमन दल के कर्मचारी मौजूद हैं। राहत कार्य अभी तक जारी हैं। पुलिस और एसडीआरएफ सूत्रों के अनुसार आज शाम लगभग पांच बजे त्यूणी थाने से एक चार मंजिला मकान में गैस सिलेंडर फटने के कारण आग लगने की सूचना प्राप्त हुई।
सूचना पर थाना त्यूणी, मोरी तथा हिमाचल प्रदेश से पुलिस बल तथा त्यूणी एवं मोरी दमकल स्टेशन से दमकल वाहन मौके पर पहुंचे। मकान लकड़ी का बना हुआ था, जिसमें गैस सिलेंडर फटने के कारण दमकल वाहनों के पहुंचने तक आग ने वीभत्स रूप धारण कर लिया गया था। यह घर शिक्षा विभाग से सेवानिवृत सूरत राम जोशी का बताया गया है। जिसमें मकान मालिक समेत छह परिवार रहते थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग लगने से घर में मौजूद एलपीजी सिलेंडर फटते रहे।
जब तक आग पर काबू पाया गया तब तक घर में फंसी सोनम (09) रिद्धि, (10) मिष्टी (05) और सेजल ढाई वर्ष की मौत हो चुकी थी। जबकि तीन अन्य झुलस गए। सूत्रों के अनुसार मकान के निचले हिस्से में एक राशन का गोदाम, एक फर्नीचर की दुकान एवं एक सिलाई की दुकान थी। आग लगने की घटना में गोदाम एवं दोनों दुकानें और उनमें रखा सारा सामान भी जलकर राख हो गया। बताया जाता है कि घटनास्थल के पास ही एक अग्निशमन वाहन मौजूद था, लेकिन उसमें पानी नहीं था। साथ ही संबंधित कर्मचारी नशे में थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून दलीप सिंह कुंवर के अनुसार मौके पर पहुंचे दमकल वाहनों ने आग को बुझाने का भरसक प्रयास करते हुए बमुश्किल आग पर काबू पाया। मकान में अत्यधिक धुंआ होने के कारण राहत एवं बचाव कार्य में बाधा आ रही है। मौके पर दमकल सेवा, एसडीआरएफ एवं पुलिस द्वारा राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
उन्होंने बताया कि घटना की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि घटना में फायर यूनिट की ओर से किसी प्रकार की कोई देरी अथवा लापरवाही प्रकाश में आती है तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनता से अपील की कि मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखें एवं पुलिस प्रशासन का राहत एवं बचाव कार्य में सहयोग करे।