उत्तर प्रदेश : कोरोना संकट के बीच डेंगू का डंका, 100 से अधिक मरीजों ने तोड़ा दम, 3 डॉक्टर सस्पेंड
लखनऊ, 3 सितंबर। कोरोना महामारी का संकट अभी खत्म भी नहीं हुआ कि राजधानी लखनऊ समते प्रदेश में डेंगू व वायरल बुखार ने कहर ढहना शुरू कर दिया है। अभी तक केवल फिरोजाबाद में 75 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। वहीं मथुरा में 17, मैनपुरी में तीन, कासगंज में दो लोगों की डेंगू व वायरल फीवर से अपने प्राण गवा चुके हैं। वहीं गोंडा में प्रतिदिन तीन हजार से ज्यादा मरीज संदिग्ध बुखार की चपेट में आने से अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।
जबकि कानपुर में वायरल बुखार के कारण सात दिन में 10 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, लखनऊ में बुखार से पीड़ित 400 से ज़्यादा मरीज़ कई सरकारी अस्पतालों में भर्ती हुए हैं. चिंता की बात यह भी है कि पीड़ितों में बच्चों की संख्या अच्छी खासी है. फिरोज़ाबाद में हाल में सीएमओ का ट्रांसफर किए जाने और एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम तैनात किए जाने के बाद अब 3 डॉक्टरों को सस्पेंड करने का कदम उठाया गया है.
- फिरोज़ाबाद में 32 बच्चों की मौत!
डेंगू और वायरल बुखार से शहर में दहशत का माहौल बन गया है. फिरोज़ाबाद में जिस बुखार से पिछले एक हफ्ते में कम से कम 32 बच्चों की मौत हो जाने की खबर है, उसे डेंगू बताया जा रहा है. इस बुखार से कम से कम 40 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि खबरों में मौत का यह आंकड़ा 47 और 60 तक भी बताया जा रहा है. बुधवार रात चार लोगों और गुरुवार को दो बच्चों की मौत से यह आंकड़ा गंभीर होता जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की पुष्टि के हवाले से खबर है कि फिरोज़ाबाद मेडिकल कॉलेज में 285 बच्चों समेत कुल 375 बुखार पीड़ित मरीज़ों का इलाज चल रहा है.
- लखनऊ में कम संजीदा नहीं हैं हालात
उप्र की राजधानी के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में 40 बच्चों के साथ ही कुल करीब 400 मरीज़ भर्ती हुए हैं, जिन्हें बुखार की शिकायत है. खबरों की मानें तो यहां ओपीडी में 20 फीसदी केस बुखार, सर्दी और कंजेस्शन संबंधी आ रहे हैं. बलरामपुर अस्पताल, लोहिया अस्पताल और सिविल अस्पताल में खासी संख्या में ऐसे मरीज़ पहुंच रहे हैं. यह भी बताया जा रहा है कि पिछले हफ्ते की तुलना में इन केसों में 15 प्रतिशत का इज़ाफा हो गया है.