भारत-रूस की बढ़ती नजदीकियों से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप हुए नाराज, अब भारतीय चावल पर टैरिफ बढ़ाने की दी चेतावनी
नई दिल्ली,9 दिसम्बर। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के भारत दौरे ने एक बार फिर दोनों देशों की दशकों पुरानी दोस्ती को वैश्विक मंच पर मजबूत तरीके से पेश किया। लेकिन यह बढ़ती निकटता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को रास नहीं आई। अमेरिका पहले ही भारत पर कुल 50% तक का टैरिफ लगा चुका है—जिसमें रूसी तेल खरीद पर लगाया गया अतिरिक्त 25% शुल्क भी शामिल है। अब ट्रंप ने भारत के चावल निर्यात पर भी नया टैरिफ लगाने की धमकी दे दी है।
यह विवाद तब उभरा जब व्हाइट हाउस में ट्रंप ने अमेरिकी कृषि व किसानों से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। लुइसियाना की प्रमुख चावल उत्पादक मेरिल केनेडी ने ट्रंप को बताया कि भारत, थाईलैंड और चीन अमेरिकी बाजार में सस्ते दामों पर चावल डंप कर रहे हैं, जिससे अमेरिकी किसान मुश्किल में हैं। ट्रंप ने तुरंत सवाल उठाया—”भारत को ऐसा करने की अनुमति क्यों है? उन्हें शुल्क देना होगा।”
उन्होंने संकेत दिया कि चावल पर अतिरिक्त टैरिफ लगाकर इस समस्या को एक दिन में हल किया जा सकता है। ट्रंप प्रशासन के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने जानकारी दी कि भारत के साथ इस समय व्यापार समझौते पर बातचीत जारी है।भारत दुनिया का सबसे बड़ा चावल निर्यातक है और वैश्विक बाजार में करीब 30% हिस्सेदारी रखता है। सोना मसूरी सहित कई भारतीय किस्में अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे बाजारों में लोकप्रिय हैं।
ऐसे में यदि अमेरिका भारतीय चावल पर नया टैरिफ लगाता है, तो यह न सिर्फ भारत के निर्यातकों बल्कि वैश्विक चावल बाजार के लिए भी बड़ा झटका साबित हो सकता है।रूस-भारत ऊर्जा साझेदारी पहले ही अमेरिका को असहज कर रही है। अब चावल विवाद ने दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव को और बढ़ा दिया है।
