![अफगानिस्तान संकट : अमेरिका ने काबुल हवाई अड्डे के पास दागा रॉकेट, निशााने पर थे ISIS-K के आतंकी](https://hindi.revoi.in/wp-content/uploads/2021/08/काबुल-में-रॉकेट-से-हमला.jpg)
अफगानिस्तान संकट : अमेरिका ने काबुल हवाई अड्डे के पास दागा रॉकेट, निशााने पर थे ISIS-K के आतंकी
काबुल, 29 अगस्त। इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन तालिबान के कब्जे के बाद भयावह संकट से जूझ रहे अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एक रिहाइशी इलाके में रॉकेट से हमला किया गया, जिसमें एक बच्चे सहित दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य के घायल होने की खबर है। इस हमले के कुछ देर बाद ही तालिबान ने जानकारी दी कि अमेरिका ने भी एयरस्ट्राइक की है, जिसमें आत्मघाती हमलावर को निशाना बनाया गया है।
वहीं अमेरिका के दो अधिकारियों ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि अमेरिका ने मिलिट्री स्ट्राइक की है। नाम गुप्त रखने की शर्त पर अधिकारियों ने कहा, ‘रॉकेट से यह हमला संदिग्ध आईएसआईएस-के के आतंकियों को निशाना बनाकर किया गया है।’ उन्होंने यह भी बताया कि वे अभी शुरुआती जानकारी दे रहे हैं, इसमें बदलाव भी हो सकता है।
मृतकों में एक बच्चा भी शामिल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार काबुल एयरपोर्ट के उत्तर-पश्चिम स्थित रिहाइशी इलाके गुलाई में एक घर के ऊपर रॉकेट जाकर गिरा। धमाके के बाद आसपास काफी धुआं उठता हुआ दिखाई दे रहा था। हमले के बाद अफरा-तफरी मच गई। लोग एक-दूसरी जगह भागते दिखे। हमले में भारी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है क्योंकि यह रॉकेट रिहाइशी इलाके में गिरा है। अफगानिस्तान पुलिस के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल है।
बीते दिनों काबुल एयरपोर्ट के बाहर सीरियल ब्लास्ट में 169 लोगों की हुई थी मौत
ज्ञातव्य है कि तीन दिन पहले ही हवाई अड्डा परिसर के बाहर सिलसिलेवार धमाकों में 13 अमेरिकी सैनिकों सहित 169 लोगों की मौत हुई थी। मृतकों में ज्यादातर अफगानी नागरिक थे। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस-के ने ली थी।
हालांकि ब्लास्ट के 48 घंटों के भीतर ही अमेरिका ने अफगानिस्तान में ड्रोन से हमला कर ब्लास्ट के मास्टर माइंड को मार गिराने का दावा किया था। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शनिवार को ही आशंका जताई थी कि काबुल में और धमाके हो सकते हैं।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के लड़ाकों ने गत 15 अगस्त को कब्जा कर लिया था, जिसके बाद मुल्क के हालात बदतर होते जा रहे हैं। कट्टर संगठन के देश पर कब्जा करने के बाद अफगानिस्तान में तरह-तरह के प्रतिबंध भी लगाने की शुरुआत की जाने लगी। वहीं, तालिबान ने अगली सरकार की तैयारी की भी शुरुआत कर दी है। इसके लिए दोहा में तालिबान के नेतृत्व के बीच लगातार बैठकें जारी हैं।