यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का आरोप – पीएम मोदी ने वाराणसी में की वोटों की चोरी, भाजपा-आरएसएस में लाखों फर्जी वोटर
वाराणसी, 10 अगस्त। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा भारत निर्वाचन आयोग (ECI) पर व्यापक धांधली का आरोप लगाए जाने के बाद रविवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही वोटों की चोरी का आरोप लगा दिया और कहा कि पीएम मोदी को वाराणसी से जिताने के लिए वोटों की चारी की गई। वह वोट चोरी कर पीएम बने हैं।
गड़बड़ी की सूचना के लिए एक मिस्ड कॉल नंबर भी जारी किया
वाराणसी के कद्दावर नेता अजय राय ने यहां एक प्रेस कॉन्फेंस में पीएम मोदी पर ये आरोप लगाए और उन्होंने वोटर लिस्ट में नाम गड़बड़ी की सूचना के लिए एक मिस्ड कॉल नंबर भी जारी किया। उन्होंने कहा कि 2024 का चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया का मजाक बनाकर रह गया। फर्जी वोटिंग, मतदाता सूची में हेरफेर और सरकारी मशीनरी के खुले दुरुपयोग से भाजपा के पक्ष में रिजल्ट जबरन मोड़ा गया। मोदी जी काशी से जीते नहीं, बल्कि जिताए गए हैं।
कभी भाजपा से शुरू किया था राजनीतिक करिअर
दिलचस्प यह है कि भारतीय जनता पार्टी की छात्र शाखा से राजनीतिक करिअर शुरू करने के बाद लगातार तीन बार भाजपा के टिकट पर कोलअसला विधानसभा सीट (जो परिसीमन के बाद अब पिण्डरा सीट में तब्दील हो चुकी है) से विधायक रहे 55 वर्षीय अजय राय ने 2009 में लोकसभा टिकट न मिलने से भाजपा छोड़ दी थी और सपा में शामिल हो गए थे। हालांकि तब वह भाजपा के दिग्गज नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ लोकसभा चुनाव हार गए थे। राय ने बाद में सपा भी छोड़ दी और 2012 में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। उसके बाद 2014 से 2024 तक लगातार तीन लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर उन्हें पराजय झेलनी पड़ी है।
बाहरी लोगों से डलवाया गया वोट
खैर, चुनाव से इतर अजय राय स्थानीय सांसद (पीएम मोदी), भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के खिलाफ कांग्रेस का पक्ष खुल कर रखते रहे हैं। अब उन्होंने पीएम मोदी पर वोट चोरी के जरिए जीत हासिल करने का आरोप लगाते हुए कहा -राहुल गांधी द्वारा पेश किए गए पुख्ता सबूतों से यह स्पष्ट है कि नरेंद्र मोदी की सरकार वोट चोरी से बनी है। काशी में संगठित तरीके से मतदाता सूची में फर्जी नाम जोड़े गए और बाहरी राज्यों के लोगों को वोट डलवाया गया।
VIDEO | UP Congress chief Ajay Rai, who contested against PM Modi in the Varanasi seat in the 2024 Lok Sabha elections, said, “People of Varanasi are ashamed that PM Modi won the election through ‘vote-theft’. We will take to the streets to protest.” pic.twitter.com/yuRiwwnmP9
— Press Trust of India (@PTI_News) August 10, 2025
कांग्रेस नेता ने कहा कि विशाल सिंह का नाम एक साथ कर्नाटक और काशी, दोनों जगह मतदाता सूची में दर्ज है। वाराणसी के कैंट विधानसभा क्षेत्र में काशी के आरएसएस द्वारा संचालित ‘निवेदिता शिक्षा सदन बालिका इंटर कॉलेज तुलसीपुर’ स्कूल में विशाल सिंह ने वोट डाला। ऐसे लाखों फर्जी मतदाता भाजपा-आरएसएस के कार्यकर्ता होते हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में जाकर बार-बार मतदान करते हैं।
भाजपा-आरएसएस के कार्यकर्ताओं द्वारा तैयार की जाती फर्जी वोटर लिस्ट
उन्होंने कहा कि काशी में चारों तरफ फर्जी वोटर लिस्ट भाजपा और आरएसएस के कार्यकर्ताओं द्वारा तैयार की जाती है। यही फर्जीगिरी है कि भाजपा लाखों वोट से विधानसभा और लोकसभा जीत जाती है। यदि निष्पक्ष चुनाव हो जाए तो भाजपा यहां लोकसभा, विधानसभा क्या पार्षद तक का चुनाव जीतने के लिए पसीना बहा देगी।
यह संविधान और लोकतंत्र के साथ किया गया सबसे बड़ा धोखा
यूपी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘यह सिर्फ एक चुनावी घोटाला नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र के साथ किया गया सबसे बड़ा धोखा है। इस गड़बड़ी में शामिल भ्रष्ट अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। हमने चुनाव आयोग से आठ सवाल किए हैं। साथ ही काशी की जनता के लिए एक नंबर जारी किया है, जिस पर मिस्ड कॉल कर लोग रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। उन्हें जहां कहीं भी वोट की गड़बड़ी दिखे, वो इस नंबर पर मिस कॉल कर सकते हैं। कांग्रेस उसकी जांच करेगी।’
कांग्रेस के चुनाव आयोग से 8 सवाल
- विपक्ष को डिजिटल वोटर लिस्ट क्यों नहीं दी जा रही? आखिर क्या छुपाया जा रहा है?
- CCTV फुटेज और वीडियो सबूत क्यों मिटाए जा रहे हैं? किसके इशारे पर?
- वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और फर्जी वोटिंग क्यों की गई?
- विपक्षी नेताओं को धमकाने और डराने का खेल क्यों चल रहा है?
- क्या चुनाव आयोग अब भाजपा का चुनावी एजेंट बन चुका है?
- 2024 लोकसभा चुनाव के समय चुनाव आयोग की डिजिटल वेबसाइट पर वाराणसी सीट का डाटा क्यों रोक दिया गया था?
- वाराणसी में चुनाव वाले दिन विपक्ष के जनप्रतिनिधियों, नेताओं को नजरबंद किया जा रहा था और वोटरों को धमकाया जा रहा था?
- वाराणसी में जब हम नतीजों में आगे चल रहे थे, तब गिनती को जान बूझकर धीमा क्यों किया गया?
