उत्तर प्रदेश : सीएम योगी ने मथुरा में किया कृष्णोत्सव का शुभारंभ, कान्हा के दर्शन भी किए
मथुरा, 30 अगस्त। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर सोमवार को यहां श्रीकृष्णोत्सव का शुभारम्भ किया। धर्मनगरी स्थित रामलीला मैदान पर आयोजित इस तीन दिवसीय उत्सव को आध्यात्मिक उन्नयन का भाव करार देते हुए उन्होंने वृंदावन बिहारी लाल और राधेरानी का जयकारा भी लगाया और योगमाया के जन्मोत्सव की भी बधाई दी। उन्होंने कृष्ण जन्मस्थान पर नंदलाला के दर्शन किए और वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में भी पूजा अर्चना की।
कृष्णोत्सव में शामिल होने की तीन वर्षों की साधना अब पूरी हुई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘पांच हजार साल पूर्व भगवान ने स्वयं अवतार लिया और योगमाया भी प्रकट हुईं. जन्माष्टमी के अवसर पर यहां आने और उत्सव में शामिल होने की तीन वर्षों की साधना अब पूरी हुई। उन्होंने कहा, ‘अब त्योहार मनाने में समय की बंदिश नहीं है, जैसी पहले लगाई जाती थी। कान्हा तो आधी रात को ही आए। ब्रज भूमि तो पुण्यभूमि है।’
मथुरा के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे
सीएम योगी ने कहा कि चार वर्षों में अच्छा विकास हुआ है। बृजवासियों को भगवान की लीला देखने सेवा करने का सौभाग्य मिला है। 2017 में मथुरा नगर निगम बनाया। सात तीर्थ घोषित किए। अब मथुरा व वृंदावन में मद्य और मांस की बिक्री पर पाबंदी लगेगी। किसी को उजाड़े बिना सुनियोजित विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बृज तीर्थ विकास परिषद बनने के बाद विधायकों और सांसद हेमा मालिनी के सहयोग से ब्रजमंडल की पांच हजार साल की प्रतीक्षा पूरी हुई। यहां के विकास में कोई कोर कसर नहीं रखेंगे।
राक्षसों की तरह कोरोना का भी अंत करें वृंदावन बिहारी
कोरोना का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘यह महामारी नियंत्रण में है, लेकिन सावधानी अपेक्षित है। वृंदावन बिहारी लाल से प्रार्थना है कि अनेक राक्षसों की तरह कोरोना राक्षस का भी अंत करें। महामारी ने कई जानें लीं। हमने काफी इंतजाम और कोशिश की। लेकिन ऐसे महामारी काल में सरकारी उपाय कम पड़ जाते हैं। जनता को भी आगे आकर इस अदृश्य शत्रु से लड़ना है। पीएम के नेतृत्व में कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन करें।’
राम-कृष्ण से दूर भागने वाले अब उन्हें बता रहे आराध्य
उन्होंने कहा, ‘यहां भौतिक विकास के साथ आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संभालना भी हम सबके फोकस में हैं। अयोध्या अब नई अयोध्या बन रही है। आजादी के बाद पहले राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद और पहले प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी अयोध्या गए। पहले राम-कृष्ण से दूर भागने वाले लोग अब तो राम-कृष्ण को अपना आराध्य बताने वालों की होड़ लगी है।’