प्रियांक के बयान के बाद कर्नाटक सरकार का यू-टर्न, सीएम सिद्धारमैया बोले – ‘RSS पर बैन लगाने की बात नहीं कही थी’
बेंगलुरु, 27 मई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर प्रतिबंध लगाने को लेकर कैबिनेट मंत्री प्रियांक खड़गे के बयान से कर्नाटक में छिड़े विवाद के बीच नवनिर्वाचित कांग्रेस सरकार ने शनिवार को एक बड़ा यू-टर्न लिया और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उनकी पार्टी के ऐसे किसी भी दावे से इनकार किया।
सिद्धारमैया ने पत्रकारों से बातचीत में जोर देकर कहा कि समाज में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने वाले किसी भी संगठन के खिलाफ सख्त काररवाई की जाएगी। हालांकि इस दौरान उन्होंने साफ किया कि पार्टी ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की बात नहीं कही थी।
इसके पहले कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र प्रियांक ने कहा था कि उनकी पार्टी बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने को तैयार है। उन्होंने पहले भी कहा था, ‘हम नैतिक पुलिसिंग में लिप्त संगठनों पर प्रतिबंध लगाने में संकोच नहीं करेंगे। यह आरएसएस या बजरंग दल या कोई अन्य सांप्रदायिक संगठन हो सकता है।’
‘भाजपा सरकार के कानूनों को बदल देंगे‘
प्रियांक ने यह भी कहा था, ‘हम भाजपा सरकार की ओर से लाए गए कानूनों को बदल देंगे। यदि कोई व्यक्ति, संगठन शांति के लिए खतरा है और संविधान के खिलाफ काम करता है तो सरकार के पास उनके खिलाफ उचित काररवाई शुरू करने की क्षमता है।’
बसवराज बोम्मई ने दी थी कांग्रेस को चुनौती
प्रियांक के बयान से राज्य में राजनीति गरम हो उठी और पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस को चुनौती दी थी कि अगर सरकार में हिम्मत है तो वह आरएसएस पर प्रतिबंध लगा सकती है। वहीं भाजपा कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने भी कहा कि अगर आरएसएस या बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रयास किया जाता है तो कांग्रेस सरकार नहीं बचेगी।
‘कर्नाटक में कहीं नहीं होगी कांग्रेस‘
इस बीच आरएसएस और बजरंग दल पर प्रतिबंध के प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आर. अशोक ने नवगठित कांग्रेस सरकार को चुनौती दी कि अगर वह आरएसएस की एक भी शाखा को बंद कर दे तो कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में कहीं नहीं होगी।
राहुल गांधी पर भी साधा निशाना
अशोको ने प्रियांक खड़गे के बयानों पर प्रतिक्रियास्वरूप साफ तौर से राहुल गांधी को संबोधित करते हुए कहा, ‘आपके पिता आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने में असमर्थ रहे। यह आपकी दादी भी नहीं कर सकीं। यहां तक कि आपके परदादा ने भी कुछ नहीं किया। अब आप क्या कर सकते हैं?’
‘दम है तो आरएसएस को बैन करो‘
अशोक ने कहा, ‘संसद में कांग्रेस का बहुमत था। देश में 15 से 20 राज्य सरकारें थीं। देश में कांग्रेस की वर्तमान स्थिति दयनीय है। यह हर जगह से गायब हो रही है। दम है तो आरएसएस को बैन करो। आपकी सरकार तीन महीने भी नहीं चलेगी।’