रणजी ट्रॉफी मैच में हास्यास्पद स्थिति : बिहार की 2 टीमें मैदान पर पहुंचीं, मारपीट में BCA अधिकारी का सिर फूटा
पटना, 6 जनवरी। विश्व की सर्वाधिक धनी खेल संस्थाओं में शुमार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की सर्वोच्च घरेलू प्रतियोगिता यानी रणजी ट्रॉफी सत्र का शुक्रवार को आगाज हुआ। लेकिन यहां मोइनुल स्टेडियम में पहले दिन उस वक्त हास्यास्पद स्थिति उत्पन्न हो गई, जब मेहमान मुंबई के खिलाफ मैच खेलने के लिए मेजबान बिहार की दो टीमें मैदान पर पहुंच गईं।
स्टेडियम में पहुंचीं बिहार की दोनों टीमों का दावा था कि वे ही सही टीम हैं। इसके बाद न सिर्फ जमकर विवाद हुआ बल्कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के अधिकारियों के बीच हाथापाई भी हुई। इस दौरान बीसीए के एक अधिकारी का सिर भी फूट गया। भारतीय घरेलू क्रिकेट के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ होगा, जब दो टीमों ने असली टीम होने का दावा किया हो। विवाद के कारण मैच देर से शुरू हुआ।
बीसीए अध्यक्ष और सचिव ने चुन दीं अलग-अलग टीमें
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक टीम का चयन बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी ने किया था जबकि दूसरी टीम सचिव अमित कुमार ने चुनी थी। विशेष रूप से, किसी भी टीम में एक भी खिलाड़ी समान नहीं था। बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी की टीम पहले मैदान पर पहुंची और अंततः वही मैच खेलने उतरी।
इसके अलावा मोइनुल स्टेडियम की खराब व्यवस्था को लेकर भी खूब सवाल खड़े हुए। लोगों के बैठने के लिए कुर्सी तक की व्यवस्था नहीं की गई थी। इसे लेकर सोशल मीडिया पर बिहार सरकार और क्रिकेट बोर्ड को लोगों ने खूब कोसा।
पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने भी एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि यह अस्वीकार्य है। प्रसाद ने लिखा, ‘यह अस्वीकार्य है। रणजी ट्रॉफी भारत की प्रमुख घरेलू प्रतियोगिता है और अब समय आ गया है कि सभी इसके महत्व को समझें। राज्य संघ द्वारा इसमें सुधार नहीं करने का कोई वाजिब कारण नजर नहीं आता।’
स्टेडियम की खराब हालत से क्षुब्ध एक यूजर ने लिखा, ‘बिहार क्रिकेट एसोशिएसन को पुनः बंद कर दिया जाए। बिहार मे एक भी किसी खेल का स्टेडियम नहीं है, केवल और केवल Corruption है।’
मोहित व शिवम ने खराब की बिहार की हालत
फिलहाल चार दिवसीय मैच पर नजर दौड़ाएं तो दूसरे दिन स्टंप्स तक बिहार ने अपनी पहली पारी में 89 रनों पर ही छह विकेट गंवा दिए थे। मुंबई के पेसर मोहित अवस्थी ने बिहार की पारी दरकाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 11 ओवरों में 22 रन देकर चार विकेट लिए तो शिवम दुबे ने 13 रन देकर दो विकेट लिए हैं।
मुंबई के लिए भूपेन, सुवेद व तनुष ने ठोके अर्धशतक
इसके पूर्व मुंबई की पहली पारी 251 रनों पर समाप्त हुई थी। मुंबई के लिए ओपनर भूपेन लालवानी (65) ने सुवेद पारकर (50) संग दूसरे विकेट के लिए 91 रन जोड़े तो 137 पर छठा विकेट गिरने के बाद तनुष कोटियां (50) व शिवम दुबे (41) के बीच 74 रनों की भागीदारी हुई। बिहार के पेसर वीर प्रताप सिंह ने 45 रन देकर पांच विकेट लिए।