ट्रंप के गाजा युद्ध विराम समझौते को झटका : नेतन्याहू ने इजराइली सेना को गाजा पर तत्काल हमले का दिया आदेश
तेल अवीव, 28 अक्टूबर। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मध्यस्थता से गाजा पट्टी में युद्ध विराम समझौते को बड़ा झटका लगा, जब इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को अपनी सेना को गाजा में तुरंत ‘शक्तिशाली हमले’ करने का आदेश दे दिया। इसके जवाब में हमास ने घोषणा की कि वह एक बंधक का शव लौटाने में देरी करेगा।
हमास ने बंधक का शव लौटाने में देरी की घोषणा की
बेंजामिन नेतन्याहू ने सेना के यह जानकारी देने के कुछ ही देर बाद गाजा पर फिर से हमले करने का आदेश दिया कि हमास ने दक्षिणी गाजा में इजराइली बलों पर गोलीबारी की है। इससे पहले दोनों पक्षों में तब तनाव बढ़ गया था, जब नेतन्याहू ने कहा था कि हमास की ओर से रातोंरात लौटाए गए एक बंधक के अवशेष, लगभग दो साल पहले इजराइली सैनिकों द्वारा गाजा में बरामद किए गए एक बंधक के शव के हैं।
नेतन्याहू ने अवशेषों की वापसी को अमेरिका की मध्यस्थता वाले युद्ध-विराम समझौते का ‘स्पष्ट उल्लंघन’ करार दिया, जिसके तहत हमास को सभी इजराइली बंधकों के शवों को जल्द से जल्द लौटाना है। युद्ध-विराम के खतरे में पड़ने का एक और संकेत मंगलवार को उस समय मिला, जब दक्षिणी शहर राफा में इजराइली सैनिकों पर गोलीबारी की गई। इसके बाद इजराइली बलों ने भी जवाबी काररवाई की।
गाजा में अब भी 13 बंधकों के शव
इस बीच गाजा में अब भी 13 बंधकों के शव हैं और उन अवशेषों को सौंपने की धीमी प्रक्रिया युद्धविराम के अगले चरणों को लागू करने में चुनौती पेश कर रही है। हमास ने कहा है कि वह गाजा में भारी तबाही के बीच शवों का पता लगाने के लिए संघर्ष कर रहा है जबकि इजराइल ने चरमपंथी समूह पर जान बूझकर शवों को लौटाने में देरी करने का आरोप लगाया है।
