कोलकाता में मूसलाधार बारिश ने तोड़ा 40 वर्षों का रिकॉर्ड, ट्रेन-मेट्रो और विमान सेवाएं प्रभावित, 8 लोगों की मौत
कोलकाता, 23 सितम्बर। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता और आसपास के जिलों में सोमवार रात से मंगलवार दिन तक हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन ठहर गया। जलजमाव में करंट लगने से आठ लोगों की मौत हो गई।
और बारिश की आशंका, दुर्गा पूजा पंडालों की तैयारियां प्रभावित
कोलकाता और हावड़ा में कई जगहों पानी भर गया, जिससे यातायात बाधित हुआ है। मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र के कारण और बारिश की आशंका जताई है, जिससे दुर्गा पूजा पंडालों की तैयारियां प्रभावित हो रही हैं।
8 उड़ानें रद करनी पड़ीं, 42 विलंबित
कोलकाता और हावड़ा में कई जगहों पर घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे सड़क, ट्रेन यहां तक कि मेट्रो सेवा भी ठप हो गई। क्रू मेंबर और पायलटो के देर से पहुंचने से विमान सेवा भी प्रभावित हुई है। इस क्रम में आठ उड़ानें रद करनी पड़ीं जबकि 42 उड़ाने विलंबित रहीं। कोलकाता के महापौर और राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम के अनुसार पिछले चार दशक में सितम्बर माह में अब तक की सबसे ज्यादा 300 मिलीमीटर बारिश हुई है।
गरिया कमदहारी में कुछ ही घंटों में 332 मिमी बारिश दर्ज की गई
कोलकाता नगर निगम (KMC) के अनुसार गरिया कमदहारी में कुछ ही घंटों में 332 मिमी बारिश दर्ज की गई जबकि जोधपुर पार्क में 285 मिमी बारिश हुई। कालीघाट में 280 मिलीमीटर, टॉपसिया में 275 मिलीमीटर, बालीगंज में 264 मिलीमीटर और उत्तर कोलकाता के थांटानिया में 195 मिलीमीटर बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्वी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।

बारिश में अब तक 8 लोगों की मौत
सोमवार देर रात शुरू हुई भारी बारिश के कारण मंगलवार को विभिन्न इलाकों में सड़कों और घरों के बाहर भारी जलभराव हो गया। कोलकाता पुलिस के अनुसार, बारिश के दौरान विभिन्न इलाकों में करंट उतरने से कम से कम आठ लोगों की मौत की सूचना है।
हावड़ा और सियालदह स्टेशनों के यार्ड में भरा पानी
लगातार बारिश की वजह से हावड़ा और सियलदह स्टेशनों के यार्ड में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। जलभराव की स्थिति से निबटने के लिए स्टेशन यार्ड के पास पानी के पंप की व्यवस्था करनी पड़ी। भारी बारिश के कारण ट्रैक पर जलभराव होने से पूर्वी रेलवे के हावड़ा और कोलकाता टर्मिनल स्टेशनों से आने-जाने वाली ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं। सर्कुलर रेलवे लाइन में भी चितपुर यार्ड में जलभराव के कारण ट्रेन संचालन निलंबित करना पड़ा।

रातभर हुई भारी बारिश के कारण मेट्रो ब्लू लाइन (दक्षिणेश्वर -शहीद खुदीराम) के मध्य भाग में, विशेष रूप से महानायक उत्तम कुमार और रवींद्र सरोबर स्टेशनों के बीच भारी जलभराव की सूचना मिली, जिसके कारण इस खंड पर सेवाएं तत्काल स्थगित कर दी गईं। मेट्रो रेलवे कोलकाता के प्रवक्ता के हवाले से जानकारी दी गई कि शहीद खुदीराम और मैदान स्टेशनों के बीच परिचालन रोकने का निर्णय सार्वजनिक सुरक्षा के हित में लिया गया क्योंकि सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।

सीएम ममता बनर्जी बोलीं – ऐसी बारिश पहले कभी नहीं देखी
इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को बादल फटने के बाद बिजली का करंट लगने से हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने ऐसी बारिश पहले कभी नहीं देखी। ममता ने कहा, ‘मैंने ऐसी बारिश पहले कभी नहीं देखी। मुझे उन लोगों के लिए बहुत दुख हो रहा है, जिन्होंने बादल फटने में अपनी जान गंवाई है। मैंने स्कूलों को आज छुट्टी देने के लिए कहा है और ऑफिस जाने वालों को भी काम पर नहीं आना चाहिए। कल भी, आपको नहीं आना चाहिए।’
मृतकों के प्रति जताया शोक, CESC मृतकों के परिवारों को नौकरी दे
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता ने कहा, ‘मैंने सुना है कि बिजली का करंट लगने से 7-8 लोगों की मौत हो गई है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोगों की जान चली गई। उनके परिवारों को कलकत्ता इलेक्ट्रिक सप्लाई कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CESC लिमिटेड) द्वारा नौकरी दी जानी चाहिए, मैं यह स्पष्ट रूप से कह रही हूं। हम भी हर संभव मदद करेंगे। हमारे घर भी जलमग्न हैं, हम सभी पीड़ित हैं। मुझे पूजा पंडालों के लिए भी बहुत बुरा लग रहा है। क्या CESC का यह कर्तव्य नहीं है कि वह अधिक सचेत रहे? बिजली CESC द्वारा आपूर्ति की जाती है, हम नहीं। यह सुनिश्चित करना उनका कर्तव्य है कि लोगों को इसकी वजह से परेशानी न हो। वे यहां व्यापार करेंगे, लेकिन यहां आधुनिकीकरण नहीं करेंगे? उन्हें लोगों को मैदान में भेजकर इसे ठीक करना चाहिए।’
