नोएडा, 4 मई। यूपी एसटीएफ ने राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) में पास कराने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। दिल्ली के रहने वाले तीनों आरोपितों की पहचान विक्रम कुमार साह, धर्मपाल सिंह और अनिकेत कुमार के रूप में हुई है। एसटीएफ ने इनके सेक्टर-3 स्थित नोएडा आफिस से छह कॉलिंग मोबाइल फोन, चार पर्सनल मोबाइल फोन, अभ्यार्थियों का डेटा और फॉच्यूर्नर कार जब्त की है।
10 मोबाइल फोन, अभ्यार्थियों का डेटा और फॉच्यूर्नर कार जब्त
एसटीएफ के अपर पुलीस अधीक्षक राज कुमार मिश्र ने बताया कि गत तीन अप्रैल को मुखबिर से जानकारी मिली थी कि चार मई को होने वाली नीट यूजी में शामिल होने वाले अभ्यार्थियों के परिजनों को कुछ लोग फोन कर पास कराने की बात कर रहे हैं। इसके एवज में मोटी रकम की डिमांड की जा रही है। इस गैंग के व्यक्तियों का आफिस थाना फेज-1 के सेक्टर-3 नोएडा में स्थित है। इस सूचना पर एसटीएफ नोएडा की टीम ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए विक्रम कुमार साह ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2011 में विक्रम दरभंगा बिहार से विनायका मिशन, विश्वविद्यालय, चेन्नई गया, जहां पर बायो टक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन के लिए एडमीशन लिया। यहीं पर उसकी मुलाकात अनिकेत से हुई। ये दोनों मिलकर 30 प्रतिशत कमीशन पर विनायका में एडमीशन कराने का काम करने लगे। बाद में वहां से पोस्ट ग्रेजुऐशन करने के बाद दिल्ली आ गए।
दिल्ली में खोली पहली कम्पनी
आरोपित ने बताया कि दिल्ली में दोनों की मुलाकात धर्मपाल सिंह से हुई। उसने बताया, ‘हम लोगों ने पहले यहां पर admission view नाम से एक कम्पनी खोली। इसके बाद एमबीबीएस के कैन्डीडेट्स का डेटा इकट्ठा करके उन्हें कॉल कर एडमीशन कराने के नाम पर पैसे लेकर ठगी का काम करने लगे। ठगी करने के लिए प्रति अभ्यर्थी पास कराने के नाम पर पांच लाख रुपये डिमांड करते थे। ये रुपये एकाउंट में और पीडीसी चेक के माध्यम से लेते थे।
ओएमआर शीट खाली छोड़ने को कहते थे
आरोपित अभ्यार्थियों से कहते थे कि एग्जाम देते समय उत्तर आते हैं तो उन्हें ही ओएमआर शीट में भरें, बाकी खाली छोड़ दें। इस ओएमआर शीट को निकाल कर इसमें सही उत्तर भर देने की बात कहते थे। यदि अभ्यर्थी का प्रवेश हो जाता तो पैसा इनका हो जाता और न होने की दशा में यह टालते रहते या अधिक दबाव पड़ने पर स्थान बदल कर भाग जाते। इस कम्पनी के खिलाफ विभिन्न स्थानों पर शिकायतें हो जाने पर 2023 में एक नई कम्पनी SHREYANVI EDU OPC PVT LTD बनाकर नोएडा सेक्टर-3 के पते पर रजिस्ट्रेशन कराया गया।
आरोपित ने कहा, ‘नीट यूजी होने पर हमने दोबारा से अभ्यार्थियों का डेटा एकत्रित किया और फिर परिजनों को फोन कर पास कराने के लिए पैसों की डिमांड की।’ लेकिन इस बार ये आरोपित एसटीएफ के हत्थे चढ़ गए।
