सपा के स्वामी के विवादित बयान पर यूपी में मचा घमासान, अब सपा नेता ने भी उठाया सवाल, दी ये सलाह
लखनऊ, 14 नवंबर।। सपा महासचिव व पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर विवादों में फंस गए हैं। इस बार इन्होंने दीपावली के मौके पर मां लक्ष्मी को लेकर विवादित टिप्पणी किया है। जिसके बाद यूपी की सियासत में घमसान मच गया है। स्वामी के इस बयान पर भाजपा से लेकर कांग्रेस तक उनकी निंदा की है। यह तक उनकी पार्टी (सपा) के नेता भी उनके इस बयान पर एतराज जता रहे हैं और उन्हें सलाह दे रहे हैं।
बता दें कि दीपोत्सव के अवसर पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी पत्नी का पूजा व सम्मान करते हुए कहा कि पूरे विश्व के प्रत्येक धर्म, जाति, नस्ल, रंग व देश में पैदा होने वाले बच्चे के दो हाथ, दो पैर, दो कान, दो आंख, दो छिद्रों वाली नाक के साथ एक सिर, पेट व पीठ ही होती है, चार हाथ,आठ हाथ, दस हाथ, बीस हाथ व हजार हाथ वाला बच्चा आज तक पैदा ही नहीं हुआ तो चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती है? यदि आप लक्ष्मी देवी की पूजा करना ही चाहते हैं तो अपने घरवाली की पूजा व सम्मान करें जो सही मायने में देवी है क्योंकि आपके घर परिवार का पालन-पोषण, सुख-समृद्धि, खान-पान व देखभाल की जिम्मेदारी बहुत ही निष्ठा के साथ निभाती है।
सपा नेता आईपी सिंह ने दी सलाह
स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान पर सपा नेता आईपीसिंह ने पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि बीते पांच सालों में भाजपा में आप कैबिनेट मंत्री रहे तब मां लक्ष्मी और भगवान गणेश पर अभद्र टिप्पणी करते हुए डरते थे। आपकी बेटी बदायूं से सांसद हैं। अपने को सनातनी बताती हैं। कोई पूजा-पाठ नहीं छोड़ती हैं। कम से कम आप अपने बेटे बेटी को समझा लेते। पार्टी को नुकसान पहुंचाना बंद कर दीजिए।
बेटी संघमित्रा ने दी थी दीपावली की शुभकामनाएं
स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी डॉक्टर संघमित्रा मौर्य भाजपा से सांसद हैं और बदायूं लोकसभा सीट से प्रतिनिधित्व करती हैं। संघमित्रा मौर्य ने दीपावली पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट साझा किया। लेकिन उनके पिता के द्वारा साझा किया गया ट्वीट विवादों में फंस गया।
स्वामी के बयान से कांग्रेस भी नाराज
उनके इस बयान पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद के मुंह में बवासी हो गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध कर कहा कि उनके (स्वामी प्रसाद) बोलने पर पाबंदी लगाई जाए।