अतीक अहमद के चकिया कार्यालय में मिले खून के धब्बे इंसान के ही थे, दफ्तर पर बढ़ाई गई सुरक्षा
प्रयागराज, 26 अप्रैल। माफिया अतीक अहमद के जीते जी हमेशा चर्चा में रहने वाला उसका चकिया कार्यालय उसकी मौत के बाद भी लगातार पहेली बना है। कार्यालय में मिले खून के धब्बे इंसान के थे। फोरेंसिक रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हो गई है। अब यह पता किया जा रहा है कि यह महिला का खून है या किसी पुरुष का।
गौरतलब है कि सोमवार को अतीक अहमद के इसी कार्यालय में खून फैला देखा गया था। जहां खून फैला था, वहीं पर सब्जी काटने वाला एक चाकू पड़ा था। दोनों मंजिलों पर सीढ़ियों पर खून गिरा था। दुपट्टे समेत अन्य कपड़ों पर खून लगा था। चूडियां भी टूटी हुई पड़ीं थीं। प्रथम दृष्टया प्रतीत हो रहा था कि किसी की हत्या की कोशिश की गई है या किसी ने आत्महत्या का प्रयास किया है। चर्चा तो अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के आत्महत्या के प्रयास की भी हो रही है। अब पुलिस को यह पता करना है कि वह शख्स कौन है, जिसके यह खून के छींटे हैं।
पुलिस टीम ने मंगलवार को भी कार्यालय खंगाला था
पुलिस की टीम मंगलवार को भी कार्यालय पहुंची थी। कार्यालय को एक बार फिर से खंगाला गया था। किसी ने अफवाह फैला दी कि कार्यालय से बदबू आ रही है। ऐसी बदबू जो लाश पड़ी होने के बाद आती है। इसके बाद एसीपी सत्येंद्र तिवारी के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम ने ध्वस्त कार्यालय में पहुंच कर एक बार फिर छानबीन की। पुलिस ने कार्यालय का कोना-कोना खंगला। हर मंजिल के साथ पानी की टंकी, मलबे के नीचे तक पुलिस ने जांच की। कार्यालय के पीछे के उस हिस्से को चेक किया गया, जहां मजार बनी है।
छानबीन के बाद कार्यालय की बैरिकेडिंग, पुलिसकर्मियों की लगाई गई ड्यूटी
पूरा कार्यालय फिर से खंगालने के बाद पुलिस टीमों ने साफ किया कि अंदर कुछ नहीं है। इस दौरान कार्यालय के आसपास मीडियाकर्मियों का जमावड़ा लगा रहा। पुलिस ने साफ किया कि कार्यालय से बदबू उठने, पुलिसकर्मियों के मुंह पर रुमाल बांधने की खबर मीडियावालों ने ही दी थी। जब साफ हो गया कि कार्यालय में कुछ भी नहीं तो पुलिस ने कार्यालय के तीनों तरफ बैरिकेडिंग कर दी और कार्यालय में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई।