‘मेरे लिए गोल पोस्ट ही सब कुछ है, मैं दिखाना चाहता था कि इसका ओनर मैं हूं’
टोक्यो, 5 अगस्त। विश्व हॉकी में बीते जमाने के अपने स्वर्णिम युग की ओर वापसी के लिए प्रयासरत मौजूदा भारतीय टीम भले ही मॉस्को ओलंपिक (1980, स्वर्ण पदक) की बराबरी नहीं कर सकी, लेकिन एफआईएच विश्व रैंकिंग में तीसरा क्रम और 40 वर्षों बाद हासिल कोई पदक इस तथ्य की गवाही देने के लिए पर्याप्त हैं […]