ICC टी20 विश्व कप : सूर्या को दो मेडल…चैम्पियन टीम इंडिया ने ड्रेसिंग रूम में दिया बेस्ट फील्डर का विशेष पुरस्कार
नई दिल्ली, 30 जून। विस्फोटक बल्लेबाज की पहचान रखने वाले सूर्यकुमार यादव शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ICC टी20 विश्व कप फाइनल में बल्ले से भले ही कुछ खास नहीं कर सके। लेकिन नाजुक वक्त पर मैच के अंतिम ओवर में हार्दिक पंड्या की पहली गेंद पर उन्होंने बाउंड्री पर डेविड मिलर का ऐसा करिश्माई कैच पकड़ा कि प्रोटेस की रही-सही उम्मीद भी खत्म हो गई और टीम इंडिया प्रतियोगिता के 17 वर्षों के इतिहास में दूसरी बार चैम्पियन के रूप में मैदान से बाहर निकली।
मुंबई के 33 वर्षीय धाकड़ क्रिकेटर सूर्यकुमार की उस असाधारण फील्डिंग का नतीजा यह रहा कि विक्ट्री पोडियम पर भारतीय टीम को जहां विजेता ट्रॉफी के साथ प्रत्येक सदस्य को स्वर्ण पदक प्रदान किया गया वहीं भारतीय ड्रेसिंग रूम में सूर्या एक और मेडल से नवाजे गए।
दरअसल, भारतीय टीम प्रबंधन की ओर से उन्हें विशेष पुरस्कार मैच के बेस्ट फील्डर के तौर पर दिया गया। ड्रेसिंग रूम में विशेष रूप से आमंत्रित भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने सूर्यकुमार को खुद यह मेडल पहनाया और उन्हें गले लगाकर बधाई भी दी।
वस्तुतः फील्डिंग कोच टी. दिलीप ने भारतीय टीम में फील्डिंग का स्टैंडर्ड ऊंचा करने के लिए डेसिंग रूम में ये बेस्ट फील्डर अवॉर्ड देने का रिवाज शुरू किया है और टी20 विश्व कप के हर मैच के बाद बेस्ट फील्डर अवॉर्ड एक स्पेशल गेस्ट के हाथों खिलाड़ी विशेष को दिया गया। इसी क्रम में फाइनल मुकाबले के बाद जय शाह टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में आए। उन्होंने सूर्या को इस स्पेशल अवॉर्ड से नवाजा और उन्हें गले लगाया।
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— Govind Sharma (@GovindSharma248) June 29, 2024
उल्लेखनीय है कि नाटकीय उतार-चढाव के बीच पंड्या जब 20वां व अंतिम ओवर लेकर उतरे तो दक्षिण अफ्रीका को 16 रनों की दरकार थी और सामने डेविड मिलर आक्रामक अंदाज में दिख रहे थे। उन्होंने पहली गेंद को छक्का जड़ने की कोशिश की, लेकिन सूर्या ने तेज दौड़ लगाते हुए लांग ऑफ बाउंड्री पर मिलर का असाधारण कैच लपकने के साथ ही विपक्षी टीम की उम्मीदें खत्म कर दीं। चूंकि सूर्या की रफ्तार तेज थी, लिहाज कैच लेने के बाद गेंद हवा में उछालने के साथ वह बाउंड्री के पार गए और तत्काल वापस मैदान में आकर हवा में ही मौजूद गेंद फिर लपक ली। अंततः बची पांच गेंदों पर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज आठ रन जोड़ सके और भारत ने सात रनों के अंतर से जीत हासिल कर ट्रॉफी अपने नाम कर ली।