वाराणसी : ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने का पहले दिन का सर्वे पूरा, रविवार को भी जारी रहेगा सर्वे
वाराणसी, 14 मई। धर्म नगरी वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद-श्रृंगार गौरी प्रकरण में शनिवार को ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण तरीके से हुआ। एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र की टीम ने मस्जिद के तहखाने में चार कमरों और पश्चिमी दीवार का सर्वे किया।
लगभग साढ़े तीन घंटे तक चली पहले दिन के सर्वे की प्रक्रिया दौरान एडवोकेट के सहायक, वादी और प्रतिवादी के साथ ही दोनों पक्षों के वकील सहित 52 लोग मौजूद थे। सर्वे के लिए मस्जिद परिसर में दाखिल हुए सभी लोगों के मोबाइल फोन पहले ही जमा करा लिए गए थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ज्ञानवापी मस्जिद में पहुंचते ही एडवोकेट कमिश्नर ने तहखाने का सर्वेक्षण शुरू कर दिया। बताया जाता है कि तहखाने के चार कमरों में से तीन कमरे मुस्लिम पक्ष और एक हिन्दू पक्ष के पास है। टीम ने पश्चिमी दीवार का भी सर्वे किया।
तहखाने के सर्वे के बाद पहले वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा और पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश बाहर आए और अपनी कार में सवार होकर रवाना हो गए। इसके बाद एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र और अन्य वकील, वादी-प्रतिवादी पक्ष के लोग निकले।
हिन्दू पक्ष के पास तहखाने का जो कमरा है, उसमें दरवाजा नहीं है। प्रशासन की बैठक में तहखाने में सांप होने की आशंका जताते हुए सपेरों को बुलाने की मांग की गई थी। प्रशासन ने तब कहा था कि वहां सीआरपीएफ का कैंप पहले से ही है, ऐसे में इसकी कोई जरूरत नहीं है।
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि सर्वे का कार्य 15 मई को भी जारी रहेगा। 15 मई को ज्ञानवापी मस्जिद के भीतर और ऊपर के कुछ कमरों के साथ ही पश्चिमी दीवार और अन्य दीवारों का भी सर्वे होगा।
सर्वे के दौरान पूरा चौक इलाका सील कर दिया गया
मस्जिद परिसर के सर्वे के दौरान किसी तरह की कोई बाधा न आए, इसे लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क नजर आया। पुलिस प्रशासन ने चौक इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। पूरे इलाके को सील कर दिया गया था। बुलानाला की ओर से विश्वनाथ मंदिर जाने वाले रास्ते पर किसी को पैदल भी जाने की इजाजत नहीं दी जा रही थी।
500 मीटर के दायरे में बंद करा दी गई थीं दुकानें
ज्ञानवापी मस्जिद के आसपास सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। 500 मीटर के दायरे में सभी दुकानें बंद करा दी गई थीं। डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने दावा किया कि दर्शनार्थियों को किसी तरह की कोई असुविधा न हो, इस बात का भी ध्यान रखा गया।