दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण का खतरनाक स्तर : सुप्रीम कोर्ट में 17 दिसम्बर को होगी सुनवाई
नई दिल्ली, 15 दिसम्बर। सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में खतरनाक स्तर पर जा पहुंचे वायु प्रदूषण पर गहरी चिंता जताते हुए साफ तौर पर कहा कि अब ऐसे आदेश देने की जरूरत है, जिनका सख्ती से पालन हो सके। सीजेआई सूर्यकांत ने सोमवार को कहा कि यह मामला बुधवार 17 दिसम्बर को तीन जजों की पीठ के समक्ष रखा जाएगा ताकि इस पर व्यावहारिक और ठोस आदेश दिए जा सकें।
सिंगापुर समेत 3 देशों ने अपने नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी
इस बीच ब्रिटेन, कनाडा और सिंगापुर जैसे देशों ने दिल्ली-एनसीआर में बिगड़ते वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को लेकर अपने नागरिकों को यात्रा संबंधी चेतावनी जारी कर दी है। यह चेतावनी ऐसे समय आई है, जब दिल्ली में वायु गुणवत्ता की स्थिति खतरनाक बनी हुई है, आनंद विहार में एक्यूआई 493 दर्ज किया गया है, जो इसे ‘गंभीर’ श्रेणी में रखता है।
सिंगापुर उच्चायोग ने जारी किया बयान
नई दिल्ली स्थित सिंगापुर उच्चायोग ने अपने नागरिकों को अपनी उड़ानों की स्थिति पर नजर रखने की सलाह जारी की है क्योंकि उत्तर भारत के प्रमुख शहरों में घने कोहरे के कारण कई उड़ानें रद कर दी गई हैं। सिंगापुर उच्चायोग ने बयान जारी करते हुए कहा है कि भारतीय केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना के चौथे चरण को लागू करने के मद्देनजर, सिंगापुर उच्चायोग ने दिल्ली एनसीआर में रहने वाले सिंगापुर के नागरिकों के लिए निम्नलिखित सलाह जारी की है।
यूके ने भी जारी की थी एडवाइजरी
इससे पहले ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय ने कहा था कि गर्भवती महिलाओं और हृदय या श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को भारत यात्रा से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। सलाह में कहा गया है, ‘गंभीर वायु प्रदूषण एक बड़ा स्वास्थ्य खतरा है, खासकर अक्टूबर से फरवरी तक सर्दियों के महीनों में। उत्तर भारतीय शहर अत्यधिक प्रदूषण से सबसे अधिक प्रभावित हैं।’
इसमें आगे कहा गया है, ‘बच्चे, बुजुर्ग और पहले से किसी बीमारी से ग्रसित लोग विशेष रूप से प्रभावित हो सकते हैं। यदि आप गर्भवती हैं या आपको श्वसन या हृदय संबंधी कोई समस्या है, तो यात्रा करने से पहले किसी चिकित्सक से परामर्श लेना बेहतर होगा।’
