सुब्रमण्यम स्वामी की मांग – डोभाल को बर्खास्त करें पीएम मोदी, अन्यथा उन्हें भी छोड़ना पड़ सकता है पद
नई दिल्ली, 14 फरवरी। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल को पद से हटाए जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि डोभाल ने पेगासस टेलीफोन टैपिंग जैसी गड़बड़ी कई बार की है और अब वॉशिंगटन डीसी से भयावह खबर सामने आई है। यदि पीएम मोदी उन्हें एनएसए के पद से बर्खस्त नहीं करते तो 2023 के बीच में ही खुद पीएम मोदी को भी पद छोड़ना पड़ सकता है।
Modi must sack Doval from his NSA post. He has goofed too many times such as Pegasus telephone tapping and including one more horrible one to come from Washington DC. Otherwise by mid 2023, Modi too may have to quit.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) February 14, 2023
सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट में अजीत डोभाल को लेकर ये बातें कहीं। स्वामी ने न केवल डोभाल को बर्खास्त करने की मांग की बल्कि यह भी कह दिया कि ऐसा नहीं हुआ तो पीएम मोदी को भी पद छोड़ना पड़ सकता है।
अडानी समूह की संपत्तियों के राष्ट्रीयकरण की बात कह चुके हैं स्वामी
गौरतलब है कि हाल ही में अडानी ग्रुप पर आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और उसके बाद उठे पूरे विवाद पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि अडानी समूह की संपत्तियों का राष्ट्रीयकरण कर दिया जाए। क्या कांग्रेस ने अडानी से कभी कोई डील ही नहीं की? इस सवाल के जवाब में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था, ‘मैं उनमें से कई लोगों को जानता हूं, जिनके अडानी के साथ बहुत सारे सौदे थे, लेकिन मुझे कांग्रेस की परवाह नहीं है। मैं चाहता हूं कि भाजपा की पवित्रता स्थापित हो।’
इस वर्ष के बजट को लेकर भी सरकार पर साधा था निशाना
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि अडानी समूह को वित्तीय सौदों से संबंधित एक रिपोर्ट के सामने आने के बाद उसके शेयरों में गिरावट के बीच विवादों का सामना करना पड़ रहा है और संसद में भी विपक्षी दलों द्वारा इस मुद्दे पर हंगामा किया गया। स्वामी ने इस वर्ष के बजट पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि इसमें उद्देश्यों या रणनीतियों की कमी है। ऐसे समय में रक्षा क्षेत्र के लिए कम बजट आवंटित किया गया है जब सीमा मुद्दे को लेकर चीन का रुख आक्रामक है।