टोक्यो, 1 अगस्त। रियो ओलंपिक 2016 की रजत पदक विजेता पुसारला वेंकट सिंधु यहां टोक्यो में अपने पिछले प्रदर्शन की पुनरावृत्ति तो नहीं कर सकीं। लेकिन वह भारत को इन खेलों में रविवार को दूसरा पदक दिलाने में सफल रहीं, जब महिला एकल बैडमिंटन तीसरे स्थान के लिए खेले गए मैच में उन्होंने चीनी स्पर्धी हे बिंग जियाव को हरा कांसे पर अधिकार कर लिया।
चीनी स्पर्थी जियाव को सीधे गेमों में शिकस्त दी
मुसाशिनो फॉरेस्ट प्लॉजा के कोर्ट एक पर उतरीं विश्व नंबर सात सिंधु ने बेहतर शुरुआत के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और आठवीं सीड बिंग जिआव को 52 मिनट में 21-13, 21-15 से शिकस्त दे दी। मौजूदा ओलंपिक खेलों में भारत का यह दूसरा पदक है। पदक स्पर्धांओ के पहले दिन भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने रजत जीता था।
24 घंटे पूर्व सेमीफाइनल में विश्व नंबर एक चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग के चातुर्यपूर्ण खेल का जवाब दे पाने में असफल छठी सीड सिंधु ने 23 मिनट तक चले पहले गेम में स्थिर शुरुआत की और मध्यांतर तक 11-8 की बढ़त लेने के बाद जियाव को सिर्फ पांच अंक दिए।
दूसरे गेम में भी 26 वर्षीय भारतीय शटलर ने आधे समय तक 11-8 की अग्रता ले रखी थी। हालांकि जियाव ने वापसी की कोशिश की, लेकिन सिंधु ने उन्हें ज्यादा मौके नहीं दिए और 29 मिनट में गेम और उसके साथ कांस्य पदक पर अधिकार कर लिया।
चेन यू फेइ व ताइ जू यिंग में स्वर्ण पदक का मुकाबला
फाइनल में विश्व नंबर दो और यहां पहली सीड लेकर उतरीं चीनी स्टार चेन यू फेइ की दूसरी सीड ताइ जू यिंग से मुलाकात होगी, जिन्होंने पहली बार ओलंपिक खेलों में पदक पक्का किया है। चेन यू फेइ ने शनिवार को तीन गेमों तक खिंचे सेमीफाइनल में एक घंटा 19 मिनट तक चले संघर्ष के बाद बिंग जियाव को 21-16, 13-21, 21-12 से मात दी थी।