सेंचुरियन 31 दिसंबर। अपने समय के दिग्गज टेस्ट बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने सलाह दी है कि टी-20 और एकदिवसीय क्रिकेट की तुलना में टेस्ट में अंतर होता है और इस प्रारूप में बेहतर करने के लिए शुभमन गिल को अपनी बल्लेबाजी की आक्रामकता पर अंकुश लगाना चाहिए। गावस्कर ने कहा, “मुझे लगता है कि गिल टेस्ट क्रिकेट में कुछ ज्यादा ही आक्रामक तरीके से खेल रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि जब आप टी-20 और एकदिवसीय क्रिकेट की तुलना में टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं तो इसमें थोड़ा अंतर होता है। अंतर गेंद में होता है। उन्होंने कहा, “लाल गेंद हवा में और पिच के बाहर भी सफेद गेंद की तुलना में थोड़ी अधिक घूमती है। यह थोड़ी अधिक उछाल भी लेती है। उन्हें इसे ध्यान में रखना चाहिए।”
गावस्कर ने कहा, “शुभमन गिल ने अपने करियर की शुरुआत बहुत अच्छी की और हमने उनके शॉट्स की सराहना की। हम केवल उम्मीद कर सकते हैं कि वह अपनी फॉर्म में वापस आ जाएं।” उन्होंने कहा, “उम्मीद है कि वह कड़ी मेहनत करेगा और भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करेगा।”
उल्लेखनीय है कि गिल को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में पहले टेस्ट में लगातार असफलताओं का सामना करना पड़ा। जब वह दिन की शुरुआत में पहली पारी में नांद्रे बर्गर की एक वाइड डिलीवरी पर शॉट लगाने का प्रयास कर रहे तो उनका कैच पकड़ लिया गया था और जब उन्होंने दूसरी पारी में लाइन के पार खेलने की प्रयास किया तो मार्को जानसन ने उन्हें आउट कर दिया।
तीसरे नंबर पर उनका स्कोर दो और 26 रहा था। इस वर्ष गिल ने सफेद गेंद के प्रारूप में 63.36 के औसत और 105.45 के स्ट्राइक रेट से एकदिवसीय मुकाबलों में 1584 रन, वहीं टी-20 में 44.51 की औसत से 154.30 के स्ट्राइक रेट से 1202 रन बनाकर शानदार प्रदर्शन किया था।