इटावा, 17 मार्च। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष और समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उन्हें जो भी जिम्मेदारी देंगे, उसे वह पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ निभाएंगे। वो जिम्मेदारी चाहे नेता विरोधी दल की हो या फिर संगठन की, साथ मिलकर संघर्ष करेंगे। शिवपाल यादव ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में स्वीकार किया कि अगर तीन से छह महीने पहले पार्टी प्रत्याशी का चुनाव कर टिकट वितरित कर दिया जाता तो आज सपा गठबंधन सत्ता के करीब होती। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मजबूती से चुनाव लड़ने की बेहद जरूरत है, वह जरूरत तभी पूरी होगी जब सपा गठबंधन भाजपा के खिलाफ मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतारेगा।
प्रसपा अध्यक्ष ने देश और प्रदेश वासियों को होली के पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अभी चुनाव खत्म हुए लोग पुरानी द्वेष भावनाएं खत्म कर होली के पर्व को शांति से मनाए। उन्होंने जनादेश का स्वागत करते हुए भाजपा पर बेईमानी और चालाकी से चुनाव जीतने का आरोप लगाया और कहा कि हम लोग हार की समीक्षा कर रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा जनादेश से चुनाव नही जीती है बल्कि चालाकियों और बेईमानी से चुनाव जीती है। चुनाव में प्रत्येक बूथ पर अंतिम सूची में घपलेबाजी हुई है। ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मियों के फार्म एसएसपी ने खुद अपने पास मंगवा कर वोट डलवाये है। प्रदेश में पोस्टल बैलट से सबसे ज्यादा वोट सपा को मिला है। पोस्टल बैलट से सपा 304 सीटो पर जीती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि हम लोग बीजेपी की चालाकी और बेईमानी से चुनाव में मात खा गए। सपा के साथ जनाधार था लेकिन सपा का संगठन तैयार नहीं था पांच साल में अगर बूथ कमेटियां फाइनल होती और प्रत्याशियों को समय पर टिकट बांट दिए जाते तो प्रदेश में सपा 300 सीट के पार और बीजेपी के सौ सीट भी पार नही कर पाती। बीजेपी छोड़कर सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्यवाही के आदेश पर बोलते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि कुर्सी पर बैठने के बाद न्याय देना चाहिए। चुनाव प्रचार के समय किसने क्या बोला उसे भूलकर बदले की भावना से काम नही करना चाहिए। बीजेपी के नर्णिय देश और लोकतंत्र दोनों के लिए खतरनाक है।