‘सच्ची आजादी’ वाले बयान पर घिरे RSS प्रमुख, तेजस्वी यादव बोले – मोहन भागवत को होश में बात करनी चाहिए
पटना, 15 जनवरी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख डॉ. मोहन भागवत अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर दिए गए अपने एक बयान पर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के निशाने पर आ गए हैं। इस क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बाद बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने आरएसएस व मोहन भागवत को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें होश में बात करनी चाहिए।
भागवत ने कहा था – भारत को सच्ची आजादी राम मंदिर निर्माण के बाद मिली
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों इंदौर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को भारत की मूंछ का सवाल बताया था। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत को सच्ची आजादी राम मंदिर निर्माण के बाद मिली है।
मोहन भागवत को होश में बात करनी चाहिए। pic.twitter.com/FWcAhawFr1
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 15, 2025
इस बीच तेजस्वी यादव ने यहां पत्रकारों से बातचीत में भागवत के सच्ची आजादी वाले बयान पर कहा, ‘मोहन भागवत जी सरासर देश की आजादी के लिए कुर्बानी देने वालों का अपमान कर रहे हैं। भगत सिंह, महात्मा गांधी, झांसी की रानी सहित हजारों स्वतंत्रता सैनानियों का अपमान है। आरएसएस और भाजपा का आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं है। ये लोग तो तिरंगा भी नहीं फहराते थे। बाद में बोला गया, तब उन्होंने तिरंग को अपनाया।’
दलितों एवं पिछड़ों को कब आजादी मिलेगी – तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा, ‘अब इसके बाद मोहन भागवत जी क्या कहेंगे, आरक्षण जब खत्म हो जाएगा, तब जो है आजादी मिलेगी। ई लोग आरक्षण विरोधी हैं। आरक्षण खत्म करके बोलेंगे कि अब सही में आजादी मिली है।’ आरजेडी नेता ने यह भी कहा, ‘मैं मोहन भागवत से पूछना चाहता हूं कि दलितों एवं पिछड़ों को कब आजादी मिलेगी। लोग केवल मेन एजेंडा को डायवर्ट करना चाहते हैं।’
राहुल गांधी ने भागवत के बयान को राजद्रोह की संज्ञा दी
इससे पहले दिन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोहन भागवत के ‘सच्ची आजादी’ वाले बयान की कड़ी निंदा की थी और उसे राजद्रोह की संज्ञा दी थी।
किसी अन्य देश में ऐसा बोलते तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता
कांग्रेस के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ के उद्घाटन अवसर पर राहुल ने अपने संबोधन में कहा, ‘मोहन भागवत ने हाल ही में जो कहा, वह देशद्रोह है क्योंकि उनके बयान का मतलब है कि संविधान का कोई औचित्य नहीं है। भागवत को सार्वजनिक रूप से भारत में यह कहने की हिम्मत है। किसी अन्य देश में यदि उन्होंने ऐसा कहा होता तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता और उनपर मुकदमा चलाया जाता।’