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चंद्रयान-3 : चंद्रमा की सतह पर लैंडर विक्रम से बाहर आते ही एक्टिव हुआ रोवर प्रज्ञान, तय की 8 मीटर की दूरी

चंद्रयान-3 : चंद्रमा की सतह पर लैंडर विक्रम से बाहर आते ही एक्टिव हुआ रोवर प्रज्ञान, तय की 8 मीटर की दूरी

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नई दिल्ली, 25 अगस्त। चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ऐतिहासिक लैंडिंग के बाद लैंडर विक्रम से बाहर आते ही रोवर प्रज्ञान एक्टिव हो गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने ताजा ट्वीट में जानकारी दी है कि रोवर प्रज्ञान की चहलकदमी शुरू हो गई है और अब तक चांद पर आठ मीटर की दूरी पूरी कर चुका है।

इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘रोवर से जुड़ी सभी गतिविधियों को वेरिफाई किया जा चुका है। रोवर ने लगभग 8 मीटर की दूरी सफलतापूर्वक तय कर ली है। रोवर के पेलोड LIBS और APXS चालू हैं।’

इससे पहले  स्पेस एजेंसी की ओर से जारी वीडियो में बताया गया कि दो सैगमेंट वाले विक्रम लैंडर के रैंप ने रोवर को नीचे उतरने में मदद की। इसके बाद रोवर का सोलर पैनल भी खुल गया, ताकि पावर जेनरेट की जा सके।

दरअसल, चांद पर लैंडिंग के तकरीबन ढाई घंटे बाद ही बुधवार की रात लैंडर विक्रम से रोवर प्रज्ञान बाहर आ गया था। इसरो ने रोवर के नीचे उतरने के दौरान का वीडियो भी शेयर किया था। वीडियो में लैंडर का रैंप खुलते ही उसमें से रोवर धीरे-धीरे बाहर आया।

अब शुक्रवार शाम को शेयर किए गए इसरो द्वारा जारी वीडियो में बताया गया कि कैसे बाहर आते ही रोवर के सोलर पैनल भी खुल गए और काम करने लगे। इसरो ने एक्स पर लिखा, ‘दो सैगमेंट वाले रैंप ने रोवर के रोल-डाउन की सुविधा प्रदान की। एक सोलर पैनल ने रोवर को पावर जेनरेट करने में सक्षम बनाया। सीएच-3 मिशन में कुल 26 तैनाती तंत्र, यू आर राव सैटेलाइट सेंटर (यूआरएससी)/इसरो, बेंगलुरु में विकसित किए गए थे।”

इसरो ने आज सुबह चंद्रयान-3 मिशन के रोवर ‘प्रज्ञान’ के लैंडर ‘विक्रम’ से बाहर निकलने और इसके चंद्रमा की सतह पर चलने का एक शानदार वीडियो जारी किया था। यह वीडियो लैंडर के इमेजर कैमरे ने बनाया। इसरो ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर यह वीडियो साझा करते हुए संदेश लिखा, ”… और चंद्रयान-3 का रोवर, लैंडर से निकलकर इस तरह चंद्रमा की सतह पर चला।”

इसरो ने कहा था, ”सभी गतिविधियां निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जारी हैं। सभी प्रणालियां सामान्य हैं। लैंडर मॉड्यूल में मौजूद इल्सा (‘इंस्ट्रूमेंट फॉर लूनर सीस्मिक एक्टिविटी’), रंभा (रेडियो एनाटॉमी ऑफ मून बाउंड हाइपरसेंसिटिव आयनोस्फियर एंड एटमॉस्फियर) और चेस्ट चालू हो गए। रोवर ने चलना शुरू कर दिया है। ‘प्रोपल्शन मॉड्यूल’ में मौजूद ‘शेप’ (स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्री ऑफ हैबिटेबल प्लैनेट अर्थ) पेलोड का संचालन रविवार को शुरू हो गया था।”

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