रोहित शर्मा ने कहा – ‘थाल में सजाकर नहीं मिलती विश्व कप जीत, टीम इंडिया इसे जीतने के लिए व्यग्र’
मुंबई, 10 अगस्त। भारतीय क्रिकेट टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि भारत आगामी एकदिवसीय विश्व कप में आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करने के लिए व्यग्र है और उसके पास खिताब जीतने के लिए भरपूर आत्मविश्वास है।
उल्लेखनीय है कि भारत ने एक दशक से आईसीसी प्रतियोगिताओं में खिताब नहीं जीता है। टीम ने पिछला आईसीसी खिताब 2013 में चैंपियन्स ट्रॉफी के रूप में जीता था जबकि इससे दो साल पहले स्वदेश में विश्व कप जीता था।
रोहित ने गुरुवार को यहां एक कार्यक्रम के इतर मीडिया से कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी (50 ओवर का) विश्व कप नहीं जीता है। विश्व कप जीतना सपना है और यहां इसके लिए चुनौती पेश करने से खुशी की बात कुछ और नहीं हो सकती। आपको विश्व कप थाल में सजाकर नहीं मिलता, आपको कड़ी मेहनत करनी होती है और 2011 से इतने वर्षों से हम यही कर रहे हैं। हम सभी इसके लिए लड़ रहे हैं।’
मुंबइया दिग्गज रोहित ने कहा, ‘सभी मैदान पर उतरने और जीतने के लिए बेताब हैं क्योंकि हमें पता है कि हमारे पास अच्छी टीम है। हम सभी अच्छे खिलाड़ी हैं, हमारे पास आत्मविश्वास है कि हम ऐसा कर सकते हैं। ऐसा नहीं हुआ का मतलब नहीं कि हम इसे हल्के में लेंगे। जब हम 2022 विश्व कप में हारे तो मैंने कहा था कि हम अगले विश्व कप के लिए चुनौती पेश करेंगे।’ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप होने वाली थी और मैंने कहा कि हम इसके लिए लड़ाई जारी रखेंगे। कभी ना कभी तो मिलेगा।’
‘टीम का कप्तान जरूर हूं, लेकिन श्रेष्ठ बल्लेबाजी ज्यादा जरूरी‘
टीम इंडिया का कुशल नेतृत्व कर रहे रोहित ने कहा कि उन्हें टीम की अगुआई की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन उनका मुख्य काम बल्लेबाज के रूप में अच्छा प्रदर्शन करना है। उन्होंने कहा, ‘मुझे सबसे पहले बल्लेबाज के रूप में अच्छा करना होगा। कप्तानी इसके बाद आती है… टीम में मेरी भूमिका बल्लेबाज की अधिक है। सबसे पहले मुझे बड़ी पारियां खेलनी होंगी और टीम के लिए मैच जीतने होंगे।’
खिलाड़ियों को आराम देने के महत्व पर जोर दिया
विश्व कप से पहले लोकेश राहुल और श्रेयस अय्यर जैसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी अनुपलब्ध हैं और रोहित ने कहा कि वह अब चोटों से डरते हैं। उन्होंने हालांकि खिलाड़ियों को आराम देने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘पिछले साल भी हमने ऐसा ही किया था – टी20 विश्व कप होने वाला था, इसलिए हमने एकदिवसीय क्रिकेट नहीं खेली। अब भी हम ऐसा ही कर रहे हैं, एकदिवसीय विश्व कप होने वाला है तो हम टी20 मैच नहीं खेल रहे।’
विराट कोहली के हाल में भारत की टी20 श्रृंखलाओं में नहीं खेलने के बारे में पूछने पर रोहित ने कहा, ‘यह विश्व कप वर्ष है, हम सभी को तरोताजा रखना चाहते हैं। पहले से ही हमारी टीम में इतनी चोटें हैं कि अब मुझे चोटों से डर लगता है।’
सूर्यकुमार जैसे बल्लेबाज को अतिरिक्त मैच देना महत्वपूर्ण
रोहित ने एकदिवसीय क्रिकेट में फॉर्म हासिल करने के लिए सूर्यकुमार यादव का समर्थन किया, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि भारत को यह देखना होगा कि वह दुनिया के नंबर एक टी20 अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज का समर्थन कब तक करते रहेंगे, जो अब नंबर छह पर बल्लेबाजी करते हैं।
रोहित ने कहा, ‘वह वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहा है और वह कई ऐसे लोगों से बात कर रहा है, जिन्होंने बहुत अधिक वनडे क्रिकेट खेली है, ताकि वह पता कर सके कि किस तरह के रवैये और मानसिकता की जरूरत होती है।’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘उसके जैसे बल्लेबाज को अतिरिक्त मैच देना महत्वपूर्ण है ताकि वह लय और आत्मविश्वास हासिल कर सके। जिस तरह से उसने इस साल आईपीएल की शुरुआत की, पहले चार-पांच मैच में उसके नाम अधिक रन नहीं थे, लेकिन देखो, उसने उसके बाद क्या किया।’