नई दिल्ली, 9 नवम्बर। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के शुरुआती मैचों से अलग रहने की इच्छा जाहिर कर चुके भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने शनिवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के साथ मैराथन बैठक के बाद अपना फैसला बदल दिया है और अब वह टीम के साथ ही ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि रोहित की पत्नी रितिका सजदे अपने दूसरे बच्चे को जन्म देने वाली हैं, ऐसे में रोहित ऑस्ट्रेलिया दौरे के शुरुआती मैचों से आराम लेने वाले थे। इस दौरान उन्होंने अपनी पत्नी और परिवार के साथ समय व्यतीत करने की इच्छा जाहिर की थी।
फिलहाल अब खबरें सामने आ रही हैं कि बीसीसीआई ने कप्तान रोहित और कोच गौतम गंभीर के साथ घंटों की बैठक की है। इस बैठक के बाद फैसला लिया गया है कि रोहित शर्मा अब टीम इंडिया के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे के सभी मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ ह्वाइटवॉश के बाद भारतीय टीम पर WTC फाइनल के लिए क्वालीफाई करने का दबाव है। ऐसे में माना जा रहा है कि बोर्ड रोहित को यह समझाने में कामयाब रहा है कि टीम को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जैसी अहम सीरीज की शुरुआत से ही उनकी जरूरत है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ‘हिटमैन’ रविवार को टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया की उड़ान भरेंगे। हालांकि, इस बात की अब तक कोई पुष्टि नहीं हुई है कि वह पर्थ में खेले जाने वाले पहले टेस्ट में टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे या नहीं। हालांकि, यदि रोहित टीम के साथ उड़ान भरते हैं तो उनके पहले टेस्ट में खेलने की संभावना भी बढ़ जाएगी।
रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया, ‘यह सच है कि रोहित टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जा रहे हैं, लेकिन यह निश्चित नहीं है कि वह पहले टेस्ट में खेलेंगे या नहीं। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि रोहित ने ऑस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत में अपने दूसरे बच्चे के जन्म के दौरान अपनी पत्नी रितिका सजद के साथ रहते हुए बोर्ड से छुट्टी लेने का फैसला किया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज खत्म होने के बाद रोहित ने खुद इस मुद्दे को जिंदा रखा। लेकिन न्यूजीलैंड सीरीज की समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने अपना फैसला बदल लिया।
कोच गौतम गंभीर के लिए समय सीमा तय की गई
इस बीच कीवी टीम के खिलाफ सीरीज हार की समीक्षा बैठक में कई मुद्दे उठे। बैठक में रोहित शर्मा के साथ कोच गौतम गंभीर व चयन समिति के प्रमुख अजीत अगरकर भी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार बैठक में भारतीय कोच के लिए समय सीमा तय कर दी गई है। यदि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी उम्मीद के मुताबिक नहीं रही तो बोर्ड गंभीर को रेड-बॉल क्रिकेट से हटा सकता है।