मलयालम सिनेमा के ख्यातिनाम अभिनेता मोहनलाल को मिला दादासाहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
नई दिल्ली, 23 सितम्बर। मलयालम सिनेमा के ख्यातिनाम अभिनेता मोहनलाल को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के तहत दादासाहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रीय राजधानी के विज्ञान भवन में मंगलवार को आयोजित समारोह में मोहनलाल को भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया।

‘सिनेमा मेरी आत्मा की धड़कन, जो मेरी कला व रचनात्मकता को प्रेरित करता है’
मोहनलाल ने पुरस्कार स्वीकार करते हुए कहा कि सिनेमा उनकी आत्मा की धड़कन है, जो उनकी कला और रचनात्मकता को प्रेरित करता है। उन्होंने कहा, ‘मुझे इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मान को प्राप्त करके अपार गर्व और विनम्रता का अनुभव हो रहा है। मलयालम सिनेमा का प्रतिनिधित्व करते हुए, मैं सबसे कम उम्र के पुरस्कार विजेता और सीमित साधनों से आने वाले केवल दूसरे व्यक्ति के रूप में सम्मानित होने पर अत्यंत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह क्षण केवल मेरा नहीं, बल्कि पूरे मलयालम सिनेमा समुदाय का है।’

उन्होंने इस पुरस्कार को मलयालम सिनेमा की विरासत, रचनात्मकता और सहनशीलता के प्रति एक सामूहिक सम्मान बताया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान उनके लिए जादुई और पवित्र क्षण है और उन्होंने इसे मलयालम सिनेमा के सभी महान कलाकारों, उद्योग और केरल के दर्शकों को समर्पित किया, जिन्होंने वर्षों से उनकी कला को स्नेह और समझ के साथ पोषित किया।
कुमारन आशान की एक पंक्ति का उल्लेख करते हुए मोहनलाल ने कहा, “‘यह फूल केवल धूल में नहीं गिरे, बल्कि जीवन को सुंदरता के साथ जिया।’ यह पुरस्कार उन सभी कलाकारों को श्रद्धांजलि है, जिन्होंने अपनी प्रतिभा और मेहनत से सिनेमा में अमिट छाप छोड़ी।” उन्होंने भारत सरकार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और निर्णायक मंडल का धन्यवाद भी किया।
दादासाहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
दादासाहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च पुरस्कार है, जो उन कलाकारों को दिया जाता है, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को दिशा और आकार देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2023 के भारतीय सिनेमा में उत्कृष्टता को मान्यता देने के लिए घोषित किए गए थे। यह समारोह राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (NFDC) द्वारा आयोजित किया गया और फीचर फिल्म श्रेणी के लिए केंद्रीय जूरी की अध्यक्षता अशुतोष गोवारिकर ने की।
इस आयोजन में भारतीय सिनेमा की कलात्मक और तकनीकी उपलब्धियों को मान्यता दी गई। अभिनेता मोहनलाल का सम्मान मलयालम सिनेमा के वैश्विक और सांस्कृतिक प्रभाव को भारतीय फिल्म परिदृश्य में उजागर करता है और इसकी महत्ता को और बढ़ाता है।

शाहरुख संग बैठीं नजर आईं रानी मुखर्जी
इवेंट में शाहरुख खान और रानी मुखर्जी साथ बैठे दिखाई दिए। शाहरुख जहां ऑल ब्लैक लुक में नजर आए वहीं रानी मुखर्जी ने ब्राउन रंग की साड़ी में शाइन किया। शाहरुख को जवान के ‘जवान’ फिल्म के लिए तो वहीं रानी को ‘मिसेज चैटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ के लिए सम्मानित किया गया। शाहरुख-रानी के ही साथ विक्रांत मैसी भी बैठे दिखे। ऑफ ह्वाइट सूट में उनका डैशिंग अंदाज भी फैंस का दिल जीत गया. इन्हें फिल्म 12वीं फेल के लिए चुना गया है।
गुजराती फिल्म वश के लिए जानकी बोड़ीवाला को राष्ट्रीय पुरुस्कार से नवाजा गया। उन्होंने इसके हिन्दी रीमेक शैतान में भी अजय देवगन की बेटी का किरदार निभाया था।
नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स 2025 विजेताओं की सूची इस प्रकार है। इन पुरस्कारों की घोषणा एक अगस्त को कर दी गई थी।
मेन कैटेगरी
- बेस्ट हिन्दी फिल्म – कटहल : ए जैकफ्रूट मिस्ट्री
- सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म – 12वीं फेल
- सर्वश्रेष्ठ अभिनेता – शाहरुख खान (जवान) और विक्रांत मैसी (12वीं फेल)
- सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री – रानी मुखर्जी (मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे)
- दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड – मोहनलाल
- सर्वश्रेष्ठ निर्देशन – द केरला स्टोरी (सुदीप्तो सेन)
- सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म – रॉकी और रानी की प्रेम कहानी
क्षेत्रीय भाषाओं की सर्वश्रेष्ठ फिल्में
- बेस्ट तेलुगु फिल्म – भगवंत केशरी
- बेस्ट गुजराती फिल्म – वश
- बेस्ट तमिल फिल्म – पार्किंग
- बेस्ट कन्नड़ फिल्म – द रे ऑफ होप
तकनीकी और अन्य कैटेगरीज
- सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्वगायिका – शिल्पा राव (चलेया- जवान)
- सर्वश्रेष्ठ पुरुष गायक – प्रेमिष्ठुन्ना (बेबी, तेलुगु)
- सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी – द केरल स्टोरी
- सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी – रॉकी और रानी की प्रेम कहानी (ढिंढोरा बाजे रे)
- सर्वश्रेष्ठ मेकअप और कॉस्ट्यूम डिजाइन – सैम बहादुर
- विशेष उल्लेख – एनिमल (री-रिकॉर्डिंग मिक्सर – एम.आर. राधाकृष्णन)
- सर्वश्रेष्ठ साउंड डिजाइन – एनिमल (हिंदी)
- सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक – उत्पल दत्ता (असम)
- सर्वश्रेष्ठ एक्शन निर्देशन – हनुमान (तेलुगु)
- सर्वश्रेष्ठ गीतकार – बलगम (द ग्रुप) (तेलुगु)
नॉन-फीचर फिल्म कैटेगरी
- सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक – उत्पल दत्ता
- सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री – गॉड, वल्चर एंड ह्यूमन
- सर्वश्रेष्ठ पटकथा – सनफ्लावर वर द फर्स्ट वन टू नो (कन्नड़)
- सर्वश्रेष्ठ फिल्म – नेकल : क्रॉनिकल ऑफ द पैडी मैन (मलयालम), द सी एंड सेवन विलेजेस (ओड़िया)
- सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन – द फर्स्ट फिल्म (हिन्दी)
- सर्वश्रेष्ठ संपादन – मूवी फोकस (अंग्रेजी)
