RBI: शिरीष चंद्र मुर्मू बने आरबीआई के डिप्टी गवर्नर, केंद्रीय कैबिनेट ने दी मंजूरी
नई दिल्ली, 29 सितंबर। सरकार ने शिरीष चंद्र मुर्मू को तीन साल के कार्यकाल के लिए भारतीय रिजर्व बैंक का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है। मुर्मू, एम. राजेश्वर राव का स्थान लेंगे जिनका विस्तारित कार्यकाल आठ अक्टूबर को समाप्त हो रहा है। सूत्रों ने सोमवार को बताया कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। उनका कार्यकाल नौ अक्टूबर या उसके बाद पद ग्रहण करने की तारीख से तीन वर्ष का होगा। मुर्मू वर्तमान में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) में कार्यकारी निदेशक हैं और पर्यवेक्षण विभाग का काम देखते हैं।
आरबीआई अधिनियम 1934 के अनुसार, केंद्रीय बैंक में चार डिप्टी गवर्नर होने चाहिए। दो अपने ही ‘रैंक’ से, एक वाणिज्यिक बैंकिंग क्षेत्र से और एक अर्थशास्त्री जो मौद्रिक नीति विभाग का नेतृत्व करेगा। अन्य तीन डिप्टी गवर्नर टी. रबी शंकर, स्वामीनाथन जे. और पूनम गुप्ता हैं। गौरतलब है कि एम. राजेश्वर राव को पहली बार सितंबर 2020 में तीन साल की अवधि के लिए डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था। 2023 में उन्हें एक साल का विस्तार मिला था। इसके बाद 2024 में एक और विस्तार मिला। इस प्रकार आठ अक्टूबर को राव के कार्यकाल के पांच वर्ष पूरे हो जाएंगे।
शिरीष चंद्र मुर्मू का वर्तमान कार्य और अनुभव
एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में शिरीष चंद्र मुर्मू ने वरिष्ठ निगरानी और नियामक जिम्मेदारियों में सक्रिय योगदान दिया है। RBI की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, उनके कार्य में शामिल हैं-
शासन और प्रशासनिक मामलों में योगदान
- विभागों के बीच समन्वय
- नियामक अनुपालन
- आंतरिक प्रशासन
उनकी नियुक्ति को RBI में अब तक के उनके शानदार योगदान को माना जा रहा है। अब डिप्टी गवर्नर के रूप में वे बैंक की नीतियों और संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। डिप्टी गवर्नर का काम RBI की मौद्रिक स्थिरता और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने में अहम है। शिरीष चंद्र मुर्मू की नियुक्ति से केंद्रीय बैंक में नेतृत्व की स्थिरता बनी रहेगी और वित्तीय नीतियों के कार्यान्वयन में दक्षता बढ़ेगी।
