RBI: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर का बड़ा दावा, जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनेगा भारत
मुबंई, 31 अगस्त। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शनिवार को कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगी। उन्होंने देश के विकास को बढ़ावा देने का श्रेय प्रधानमंत्री जन धन योजना को दिया। उनका यह बयान एक ऐसे समय पर आया है, जब देश में चल रही टैरिफ टेंशन के बावजूद भारत की जीडीपी चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 7.8 परसेंट की दर से आगे बढ़ी है। यह अमेरिका के भारी-भरकम टैरिफ लगाए जाने से पहले की पांच तिमाहियों में सबसे अधिक है।
11 साल पहले हुई थी योजना की शुरुआत
इंदौर के रंगवासा गांव में एक सरकारी बैंक के वित्तीय समावेशन अभियान ‘संतृप्ति शिविर’ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और आरबीआई ने 11 साल पहले बैंकों के सहयोग से जन धन योजना की शुरुआत की थी, जिससे पूरे देश का विकास हुआ है। उन्होंने कहा, ”आज भारत दुनिया के 5 सबसे विकसित देशों में गिना जाता है और बहुत जल्द देश तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।”
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि देश के आगे बढ़ने के इस सफर में सभी वर्गों के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इस योजना के तहत 55 करोड़ खाते खोले गए हैं, जिससे उन्हें बचत, पेंशन, बीमा, ऋण और अन्य सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं। इस मौके पर भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन सी.एस.सेट्टी भी उपस्थित थे। हाल ही में प्रधानमंत्री जन धन योजना ने अपने 11 साल पूरे किए।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना ने लोगों को अपना भाग्य खुद लिखने की शक्ति दी है। उन्होंने यह भी कहा कि जब अंतिम व्यक्ति वित्तीय रूप से जुड़ा होता है, तो पूरे देश एक साथ्ज्ञ आगे बढ़ता है. इस स्कीम की शुरुआत साल 2014 में 28 अगस्त के दिन की गई थी।
क्या है जन धन योजना?
बता दें कि इस स्कीम का मकसद गरीबों का बैंक अकाउंट खुलवाकर उन्हें सरकारी योजनाओं का फायदा दिलाना है। इसमें मिनिमम बैलेंस रखने की कोई जरूरत नहीं पड़ती है। साथ ही ओवरड्राफ्ट की भी सुविधा मिलती है। इसमें अकाउंट होल्ड को बीमा की भी सुविधा दी जाती है और किसी वजह से उनकी मृत्यु होने पर परिवार के सदस्यों को नॉमिनी का लाभ मिलता है। इसके तहत खाता खुलवाने के लिए आपको बैंक जाकर आवेदन करना होगा। वहां से जन धन योजना का फॉर्म लेकर उसे भरना होगा।
