रवि शास्त्री ने निकाली भड़ास, बोले – ‘बीसीसीआई में कुछ लोग मुझे कोच नहीं बनने देना चाहते थे’
नई दिल्ली, 10 दिसंबर। भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने बीते टी20 विश्व कप के साथ ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से अपना करार खत्म होने के बाद पहली बार अपनी भड़ास यह कहते हुए निकाली है कि बोर्ड में मौजूद कुछ लोग उन्हें कोच नहीं बनने देना चाहते थे।
गौरतलब है कि डंकन फ्लेचर के पद छोड़ने के बाद पूर्व कप्तान अनिल कुंबले को भारतीय टीम के कोच का पद दिया गया था। हालांकि इस दौड़ में उस वक्त रवि शास्त्री भी शामिल थे। फिलहाल विराट कोहली से विवाद के बाद कुंबले ने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल के दो दिन बाद कोच पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद रवि शास्त्री यह जिम्मेदारी दी गई। शास्त्री ने देश के प्रमुख अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘बीसीसीआई में कुछ लोगों ने ऐसे प्रयास किए थे, जिससे मुझे यह दायित्व न मिले।’
बोर्ड में लोगों को उस वक्त शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी
मुख्य कोच का दायित्य संभालने से पहले भारतीय टीम के निदेशक रह चुके पूर्व कप्तान 59 वर्षीय शास्त्री ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘मेरे दूसरे कार्यकाल के दौरान एक बड़ा विवाट खड़ा हुआ था, उस वक्त उन लोगों ने किसी और को चुना था, लेकिन नौ महीने बाद उन्हें दोबारा मेरे पास आना पड़ा। यह उन लोगों के लिए भी शर्मिंदा होने जैसी बात थी, जो उस वक्त मुझे नौकरी न मिले, ऐसे प्रयास कर रहे थे।’
शास्त्री के कार्यकाल में टीम इंडिया ने टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया
इसमें कोई दो राय नहीं कि शास्त्री के कार्यकाल में भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया। इस दौरान टीम इंडिया ने लगातार दो बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती और इस साल इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई सीरीज में 2-1 से आगे थी, जब अंतिम टेस्ट कोरोना के खतरों के बीच स्थगित करना पड़ा था। इसके अलावा भारतीय टीम टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी उतरी थी, लेकिन उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
ज्ञातव्य है कि टी20 विश्व कप के साथ ही शास्त्री सहित पूरे कोचिंग स्टाफ का कार्यकाल खत्म होने के बाद पूर्व कप्तान और अपने जमाने को दृढ़प्रतिज्ञ मध्यक्रम बल्लेबाज राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम का कोच बनाया गया है, जिनके निर्देशन में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बीती घरेलू टेस्ट सीरीज 1-0 से जीती और टी20 सीरीज में उसे 3-0 की एकतरफा जीत मिली। द्रविड़ के नेतृत्व में भारतीय टीम इसी माह अपने पहले विदेशी दौरे पर दक्षिण अफ्रीका जाने वाली है, जहां उसे दिसंबर-जनवरी में तीन टेस्ट और तीन वनडे मुकाबले खेलने हैं।