1. Home
  2. हिन्दी
  3. राजनीति
  4. राम मंदिर पर ध्वजारोहण से भड़के राशिद अल्वी, पीएम मोदी को पं. नेहरू से सेक्युलिरज्म सीखने की दी सलाह
राम मंदिर पर ध्वजारोहण से भड़के राशिद अल्वी, पीएम मोदी को पं. नेहरू से सेक्युलिरज्म सीखने की दी सलाह

राम मंदिर पर ध्वजारोहण से भड़के राशिद अल्वी, पीएम मोदी को पं. नेहरू से सेक्युलिरज्म सीखने की दी सलाह

0
Social Share

अयोध्या, 25 नवम्बर। भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में मंगलवार को राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा फहराई गई। देश के अलग-अलग कोनों से अयोध्या आए, भगवान राम के करीब 7000 भक्तों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभ मुहूर्त में ध्वजारोहण किया। ध्वजारोहण के साथ ही मंदिर परिसर ‘जय श्री राम’ के नारों से गूंज उठा। ध्वजारोहण के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह ध्वज मंदिर निर्माण के संघर्ष की कहानी है। यह भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का ध्वज है।

प्रधानमंत्री किस हैसियत से एक मंदिर का झंडा फहरा रहे

इस बीच पीएम मोदी के ध्वजारोहण करने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने सवाल उठाए हैं और उन्होंने पीएम मोदी को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से सेक्युलरिज्म सीखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री किस हैसियत से वहां जाकर एक मंदिर का झंडा फहरा रहे हैं।’

क्या वह किसी मस्जिद के ऊपर झंडा फहराएंगे?

लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस सांसद रह चुके राशिद अल्वी ने कहा कि संविधान के मुताबिक, भारत देश का कोई मजहब या धर्म नहीं है। संविधान के मुताबिक, व्यक्तिगत किसी आदमी का धर्म है। हमारे प्रधानमंत्री देश के प्रधानमंत्री हैं। क्या वह किसी मस्जिद के ऊपर झंडा फहराएंगे? क्या वह किसी गुरुद्वारे या चर्च का झंडा फहराएंगे?

देश के धार्मिक जज्बात को भड़काकर राजनीति करना चाहते हैं

अल्वी ने कहा, ‘पीएम मोदी सिर्फ राजनीतिक फायदा उठाने के लिए राम मंदिर का झंडा फहरा रहे हैं। ताकि, आने वाले चुनावों में, खासतौर पर यूपी के चुनाव में उन्हें फायदा मिल सके। वह देश के धार्मिक जज्बात को भड़काकर राजनीति करना चाहते हैं। अगर उन्हें सेक्युलरिज्म सीखना है तो पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से सीखें।’

उल्लेखनीय है कि अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा फहराकर यह भी संदेश दिया गया है कि अब मंदिर निर्माण का कोई कार्य शेष नहीं बचा है। मंगलवार को ध्वजारोहण के लिए अयोध्या पहुंचे पीएम मोदी ने पहले साकेत यूनिवर्सिटी से राम मंदिर तक रोड शो किया और इसके बाद सप्तमंदिर में सप्त ऋषियों के दर्शन किए। मंदिर में भगवान राम की पूजा-अर्चना करने के बाद पीएम मोदी ने मंत्रोच्चार के बीच शिखर पर ध्वजारोहण किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे।

अहमदाबाद में तैयार हुआ है धर्म ध्वज

राम मंदिर के शिखर पर फहराए गए इस ध्वज को अहमदाबाद में तैयार किया गया था। करीब 22 फीट लंबे और 11 फीट चौड़े इस धर्म ध्वज को विशेष पैराशूट फैब्रिक और रेशमी धागों से तैयार किया गया है। ध्वज का वजन लगभग तीन किलो है। यह ध्वज हवा की तेज रफ्तार के साथ-साथ हर तरह के मौसम की मार झेल सकने में सक्षम है। ध्वज को मंदिर के 161 फीट ऊंचे शिखर पर लगे 42 फीट ऊंचे ध्वजदंड पर फहराया गया है।

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code