नई दिल्ली, 10 दिसम्बर। नागर विमानन मंत्री के. राम मोहन नायडू ने इंडिगो एयरलाइन को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि हालात नहीं सुधरे तो वह एयरलाइन के सीईओ और सीओओ सहित शीर्ष नेतृत्व को पद से हटा देंगे। यह चेतावनी इंडिगो की लगातार हो रही फ्लाइट कैंसिलेशन और यात्रियों को हो रही परेशानी के चलते दी गई है। मंत्री ने साफ कहा कि इस पूरे संकट के लिए इंडिगो प्रबंधन खुद जिम्मेदार है। यह उसकी आंतरिक गड़बड़ी का नतीजा है।
इंडिगो ने अपने क्रू और रोस्टरिंग सिस्टम को ठीक से मैनेज नहीं किया
राम मोहन नायडू ने एक इंटरव्यू में कहा कि इंडिगो ने मंत्रालय के साथ कई बार बातचीत के बावजूद अपने क्रू और रोस्टरिंग सिस्टम को ठीक से मैनेज नहीं किया। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह सीईओ और सीओओ को बर्खास्त करेंगे तो उन्होंने जवाब दिया, ‘अगर नौबत आई तो मैं निश्चित रूप से ऐसा करूंगा। मैं उन पर सभी तरह के जुर्माने लगाऊंगा।’
आपराधिक काररवाई की संभावनाओं पर भी विचार, यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि
मंत्री ने यह भी कहा कि वह आपराधिक काररवाई की संभावनाओं पर भी विचार करेंगे। वह इस मामले में यात्रियों की सुरक्षा को सबसे ऊपर रख रहे हैं। यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भविष्य में ऐसी परिचालन संबंधी विफलताएं दोबारा न हों। उन्होंने कहा कि वह एक ऐसा उदाहरण स्थापित करना चाहते हैं कि यदि कोई विमानन क्षेत्र के साथ खिलवाड़ करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। मंत्रालय यात्रियों को राहत पहुंचाने के तरीकों पर भी विचार कर रहा है।
एयरलाइन की अपनी परिचालन संबंधी खामियों के कारण उपजीं समस्याएं
मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि इंडिगो की समस्याएं नई ड्यूटी नियमों के कारण नहीं हैं बल्कि एयरलाइन की अपनी परिचालन संबंधी खामियों के कारण हैं। उन्होंने कहा, ‘इंडिगो ने अपनी आंतरिक रोस्टरिंग प्रणाली को गड़बड़ कर दिया है।’ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पायलटों के लिए संशोधित ड्यूटी नियमों के लागू होने से पहले सभी एयरलाइनों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। मंत्रालय ने इंडिगो को इन नियमों के लागू होने के दौरान न तो नजरअंदाज किया और न ही कोई छूट दी।
‘मैं इंडिगो पर सभी लागू जुर्माने लगाऊंगा’
मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इसके परिणाम जल्द ही सामने आएंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं इंडिगो पर सभी लागू जुर्माने लगाऊंगा।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या मंत्रालय और नियामक संस्था ने काररवाई करने में देर कर दी तो नायडू ने जोर देकर कहा कि विमानन प्राधिकरण महीनों से सतर्क थे। उन्होंने कहा, ‘नवम्बर में अगर आप तथ्यों को ठीक से देखें तो ऐसे कुछ दिन थे, जहां कैंसिलेशन बिल्कुल शून्य थे। हम न केवल इंडिगो के लिए बल्कि सभी एयरलाइनों के लिए स्थिति की पूरी तरह से निगरानी कर रहे थे।’
FTTL को लागू करने में एयरलाइंस भी भागीदार थीं
मंत्री ने बताया कि नए थकान प्रबंधन नियम और उड़ान ड्यूटी समय सीमा (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट – FDTL/FTTL) नियमों को लागू करने से पहले व्यापक परामर्श किया गया था। उन्होंने कहा, ‘सभी एयरलाइनों के साथ कार्यान्वयन से पहले परामर्श किया गया था। विचार यह था कि एयरलाइनों को भी इसके लिए तैयार होने का मौका मिले। इसलिए परामर्श चल रहा था।’ उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रालय ने हाईकोर्ट की ओर से जारी निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया है।
नायडू ने कहा, ‘पहली बात जो हमें समझनी चाहिए, वह यह है कि FTTL को लागू करने में एयरलाइंस भी भागीदार थीं। उनकी जिम्मेदारी को कम न करें। उन्हें इस मामले में जिम्मेदार और जवाबदेह होना चाहिए। यदि कठिनाइयां थीं तो सभी एयरलाइनों को उनका सामना करना पड़ा – और इंडिगो के साथ, आप अब परिणाम देख रहे हैं।’
यात्रियों की असुविधा से चिंतित सरकार
पिछले 11 दिनों में 1,200 से अधिक इंडिगो उड़ानों के रद होने की रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देते हुए नायडू ने डेटा को ध्यान से पढ़ने का आग्रह किया। उन्होंने खुलासा किया कि सरकार ने एक दिसम्बर 2025 को एयरलाइन के साथ नए ड्यूटी नियमों के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक की थी। उन्होंने कहा, ‘हमने 1 दिसंबर 2025 को FDTL पर इंडिगो के साथ एक बैठक की थी। हमने इंडिगो को FDTL पर हमारे साथ बात करने का पूरा मौका दिया।’
उन्होंने कहा कि एयरलाइन ने स्पष्टीकरण मांगे थे, जिन्हें मंत्रालय ने अतिरिक्त परामर्श के बाद संबोधित किया। उन्होंने निष्कर्ष निकाला, ‘उसके बाद भी यह इंडिगो ही थी, जिसने अपने आंतरिक क्रू प्रबंधन और क्रू रोस्टरिंग को गड़बड़ कर दिया। यही वह प्वॉइंट है, जिसे मैं बनाना चाहता हूं।’
इंडिगो को अपनी परिचालन संबंधी समस्याओं को तुरंत ठीक करना होगा
मंत्री ने यह भी कहा कि यात्रियों को हो रही असुविधा को लेकर मंत्रालय चिंतित है। इस समस्या का समाधान निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि इंडिगो को अपनी परिचालन संबंधी समस्याओं को तुरंत ठीक करना होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार विमानन क्षेत्र में किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगी। यात्रियों के हितों की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
