मुर्शिदाबाद में बोले राजनाथ सिंह – पूरे पश्चिम बंगाल में अराजकता का माहौल
मुर्शिदाबाद, 21 अप्रैल। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा चुनाव में प्रचार अभियान के तहत रविवार को पश्चिम बंगाल पहुंचे, जहां मुर्शिदाबाद में एक चुनावी सभा में उन्होंने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी सरकार की जमकर आलोचना की।
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘पूरे राज्य में अराजकता का माहौल है और यह अपराध के लिए जाना जाता है। संदेशखाली जैसी घटनाएं पश्चिम बंगाल की भूमि पर होती हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इस बार यदि यहां भाजपा की सरकार बनी तो हम देखेंगे कि संदेशखाली जैसी घटना दोहराने की हिम्मत कौन करता है।’
संदेशखाली में जो हुआ है, उससे मानवता शर्मसार हुई है… pic.twitter.com/16MpLh0iO3
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) April 21, 2024
सुवेंदु अधिकारी बोले – टीएमसी गुंडों की पार्टी
इससे पहले पश्चिम बंगाल के नेता विपक्ष और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने टीएमसी को गुंडों की पार्टी कहा, जिसके पास लोगों का समर्थन नहीं है। अधिकारी ने कहा कि टीएमसी गुंडों की पार्टी है। टीएमसी कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है। गुंडे और पुलिस उसके साथ हैं, लोग नहीं।
ममता बनर्जी की रणनीति इस बार काम नहीं करेगी – अग्निमित्रा पॉल
मेदिनीपुर से भाजपा की उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल ने भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर अपने राजनीतिक लाभ के लिए पुलिस और प्रशासन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। पॉल ने यह भी कहा कि ममता बनर्जी की रणनीति काम नहीं करेगी और बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी। बीजेपी बहुत अच्छे नतीजे देगी। पॉल ने कहा कि लोग संदेशखाली घटना के बाद ममता बनर्जी के व्यवहार और महिलाओं के प्रति उनकी बेईमानी का जवाब देंगे।
पिछले 2 लोकसभा चुनाव परिणामों पर एक नजर
उल्लेखनीय है कि 2014 के लोकसभा चुनावों में टीएमसी ने 34 सीटें जीती थी जबकि भाजपा केवल दो सीटें जीतने में सफल रही। सीपीआई (एम) ने दो और कांग्रेस ने चार सीटें जीतीं। हालांकि, 2019 के चुनावों में राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया। भाजपा ने 18 सीटें जीतीं, जो उसकी पिछली सीटों से बहुत ज्यादा थी। टीएमसी, हालांकि अब भी बढ़त में है, लेकिन उसकी सीटों की संख्या घटकर 22 रह गई। कांग्रेस का प्रतिनिधित्व सिर्फ दो सीटों पर सिमट गया जबकि वाम मोर्चा कोई भी सीट हासिल करने में असमर्थ रहा।