राजीव कुमार होंगे अगले मुख्य चुनाव आयुक्त, 15 मई को सुशील चंद्रा से संभालेंगे कार्यभार
नई दिल्ली, 12 मई। बिहार-झारखंड कैडर के पूर्व आईएएस एवं मौजूदा चुनाव आयुक्त राजीव कुमार देश के अगले मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) नियुक्त किए गए हैं। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय ने गुरुवार को एक अधिसूचना जारी कर इस आशय की घोषणा की है। कुमार आगामी 15 मई को भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के मौजूदा सीईसी सुशील चंद्रा से कार्यभार संभालेंगे, जिनका कार्यकाल 14 मई को पूरा हो जाएगा।
संविधान के अनुच्छेद 324 के खंड (2) के अनुसरण में राष्ट्रपति ने राजीव कुमार को 15 मई, 2022 से मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया। कुमार ने एक सितंबर, 2020 को ईसीआई के चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला था। चुनाव आयोग में कार्यभार संभालने से पहले वह सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड के अध्यक्ष थे। वह अप्रैल, 2020 में पीएसईबी के अध्यक्ष के रूप में शामिल हुए।
इस बीच अधिसूचना और एक प्रेस विज्ञप्ति अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट करते हुए विधि मंत्री किरेन रिजिजु ने राजीव कुमार को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, ‘राजीव कुमार को मेरी शुभकामनाएं।’
In pursuance of clause (2) of article 324 of the Constitution, the President is pleased to appoint Shri Rajiv Kumar as the Chief Election Commissioner with effect from the 15th May, 2022.
My best wishes to Shri Rajiv Kumar pic.twitter.com/QnFLRLiVPm— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) May 12, 2022
फरवरी, 2025 में खत्म होगा राजीव कुमार का कार्यकाल
उल्लेखनीय है कि सुशील चंद्रा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद निर्वाचन आयोग में एक पद रिक्त हो जाएगा। 1960 में जन्मे कुमार का कार्यकाल फरवरी, 2025 में खत्म होगा। उनके कार्यकाल में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव के अलावा 2024 के लोकसभा चुनाव और कई विधानसभा चुनाव होंगे।
राजीव कुमार को जब निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था, तब वह लोक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) के अध्यक्ष थे। उन्होंने तत्कालीन निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा के इस्तीफे के बाद एक सितंबर, 2020 को निर्वाचन आयुक्त का पदभार संभाला था। भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1984 बैच के बिहार/झारखंड कैडर के कुमार फरवरी, 2020 में सेवानिवृत्त हुए।
केंद्र और राज्य कैडर के मंत्रालयों में काम करने का 37 से अधिक वर्षों का अनुभव
राजीव कुमार ने बीएससी, एलएलबी, पीजीडीएम, और सार्वजनिक नीति में मास्टर सहित कई शैक्षणिक डिग्री हासिल की और केंद्र और राज्य कैडर के मंत्रालयों में सरकार के लिए काम करने का 37 से अधिक वर्षों का अनुभव हैं। पर्यावरण और वन, मानव संसाधन, वित्त और बैंकिंग क्षेत्र में काम किया। वह भारतीय रिजर्व बैंक, एसबीआई, नाबार्ड के केंद्रीय बोर्ड के निदेशक भी रहे हैं। आर्थिक खुफिया परिषद (ईआईसी), वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी), बैंक बोर्ड ब्यूरो (बीबीबी) के सदस्य भी रहे हैं।