आंध्र प्रदेश व तेलंगाना में बारिश से हाहाकार, पीएम मोदी ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को हर संभव मदद का दिया आश्वासन
नई दिल्ली/अमरावती/हैदराबाद, 1 सितम्बर। गुजरात व राजस्थान के बाद बाद दक्षिण के दो पड़ोसी राज्यों – आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में पिछले दो दिनों से मूसलाधार बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। आंध्र प्रदेश में जहां बारिश के चलते नौ लोगों की मौत हो चुकी है और 13 हजार से ज्यादा लोगों को विस्थापित किया गया है वहीं तेलंगाना में एक व्यक्ति की मौत की खबर है जबकि 100 से ज्यादा गांव डूब गए हैं और कई ट्रेनों को रद करना पड़ा है।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात का सामना कर रहे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों को इस संकट से निबटने के लिए रविवार को केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी ने भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी से फोन पर बात की। प्रधानमंत्री ने इस चुनौती से निबटने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
आंध्र में 9 की मौत और 13 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित
आंध्र प्रदेश की बात करें तो पिछले दो दिनों में हुई भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर, खासकर विजयवाड़ा और आसपास के इलाकों में, जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश जनित घटनाओं में नौ व्यक्तियों की मौत हुई है जबकि राज्यभर में बाढ़ प्रभावित पांच जिलों के 294 गांवों से 13,227 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
सीएम चंद्रबाबू नायडू ने अधिकारियो संग की स्थिति की समीक्षा
मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने सीनियर अधिकारियों के साथ मौसम की स्थिति की समीक्षा की। उनसे बाढ़ का आकलन करने और उसके अनुसार राहत व बचाव अभियान संचालित करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने के लिए कहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अधिकारी ने बताया कि उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तटों पर बना अवदाब रविवार तड़के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा, जो कलिंगपट्टनम के पास दक्षिणी राज्य के तट को पार कर गया। इसी कारण राज्य में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही थी।
100 राहत व पुनर्वास केंद्र स्थापित, 61 चिकित्सा शिविरों की भी व्यवस्था
उधर गृह मंत्री वंगलापुड़ी अनिता ने बताया कि बारिश से प्रभावित इलाकों से लोग निकाले गए, जिनके लिए एनटीआर, कृष्णा, बापटला, गुंटूर और पालनाडु जिलों में 100 राहत व पुनर्वास केंद्र बनाए गए हैं। साथ ही 61 चिकित्सा शिविरों की भी व्यवस्था की गई है।
वंगलापुड़ी अनिता ने आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, ‘भारी बारिश के कारण अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के दलों ने जलमग्न इलाकों से 600 लोगों को बचाया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 17 दलों ने सात जिलों में 22 जलमग्न स्थानों पर बचाव अभियान चलाया।’
तेलंगाना में 100 से ज्यादा गांव डूबे, सीएम रेड्डी ने की आपात बैठक
उधर तेलंगाना में भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त करके रखा है। रविवार को भी तेलंगाना में बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाना जारी रखा, जिससे भयंकर बाढ़ और जलभराव की समस्या हुई। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए.रेवंत रेड्डी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए मंत्रियों के साथ आपात बैठक की। रेड्डी ने बारिश प्रभावित इलाकों की स्थिति जायजा लिया।
केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि गृहमंत्री अमित शाह जी को तेलंगाना के खम्मम में बारिश के कारण बनी गंभीर स्थिति के बारे में जानकारी दी और जिले के 110 गांवों में जलभराव हो गया है। करीब 9 लोग प्रकाश नगर पहाड़ी पर फंसे हुए हैं तो वहीं 68 लोग पलेयर निर्वाचन क्षेत्र में अजमीरा थांडा पहाड़ी पर फंसे हुए हैं। जबकि 42 लोग अलग-अलग इमारतों में फंसे हुए हैं। केंद्र सरकार की तरफ से इसके जवाब में राहत एव बचाव कार्यों के लिये एनडीआरएफ की नौ टीमों को तेलंगाना भेजा गया है।
एक महिला की मौत, तीन अन्य के बहने की आशंका, 99 ट्रेनें रद
राज्य में महबूबाबाद व खम्मम जिलों में रविवार को बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में एक महिला की मौत हो गई और तीन अन्य के बह जाने की आशंका है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। वहीं दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश और कई स्थानों पर पटरियों पर जलभराव के कारण 99 ट्रेन रद कर दी गईं और चार ट्रेनों को आंशिक रूप से रद करना पड़ा जबकि 54 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया।